ये भी पढ़ें- यूपी सरकार का आदेश- विमान से आएंगे, क्वारेंटाइन में जाएंगे, इन्हें मिलेगी राहत कासगंज से मथुरा का करना पड़ा रुख- यही नहीं मुकेश के अनुसार पुलिस वालों ने बेहद गंदी भाषा का इस्तेमाल भी किया और आगे जाने नहीं दिया। मुकेश ने बताया कि मेरे जैसे वहां राजस्थान से लगभग 15 से 16 लोग अपनी गाड़ियों से गए हुए थे, उन्हें भी नहीं जाने दिया। लेकिन यूपी की गाड़ियों को वहां से जाने दिया जा रहा था। मुकेश ने बताया कि अब अस्थियों को वापस तो नहीं ले जा सकते थे, इसलिए आखिरकार थक हार कर उन्होंने कासगंज से मथुरा का रुख किया, जहां यमुना नदी में उन्होंने विसर्जन किया।
ये भी पढ़ें- सीएम योगी ने ईद की दी बधाई, साथ ही की यह अपील ताकि किसी और के साथ न हो- उनका कहना है परमिशन पास मिलने के बावजूद गन्तव्य से कुछ दूर पहले रोका जाना काफी दुख देता है। यदि सोरों जाने की परमिशन नहीं थी, तो यूपी को इसकी सूचना राजस्थान को देनी चाहिए थी। ताकि लोग परेशान ना हों और इसके लिए पास जारी ना हों। जो लोग अस्थियां लेकर जाते हैं, उनकी भावना को ठेस पहुंचती। दोनों राज्य की सरकारें इसका संज्ञान ले, जिससे जो मेरे साथ हुआ वह किसी और के साथ न हो।