लखनऊ,विधानसभा सदन के अंदर विस्फोटक मिलने की सनसनी घटना ने
जहां पूरी सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। वहीं जांच के चक्कर में
अभी तक लापरवाहों पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। यही वजह है कि लापरवाही
बरतने वाले अधिकारी व कर्मचारी लगातार सेटिंग में जुटे हैं ताकि जांच की
आंच से खुद को बचा सकें।
आतंकी खतरे को लेकर विधान भवन में भले ही
सुरक्षा एजेंसियों ने स ती बरतनी शुरू कर दी हो। लेकिन जो कुछ भी वहां
गुजरा वह सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़ था। जांच एजेंसियों ने जब सुरक्षा
व्यवस्था का जायजा लिया तो ऐसी ऐसी कमियां खुलकर सामने आयी जिन पर ध्यान ही
नहीं दिया गया था। विधान भवन की सुरक्षा को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए
गए हैं लेकिन इसका जिम्मा अभी भी उन्हीं कंधों पर है जिन्होंने यहां की
सुरक्षा व्यवस्था को खोखला कर दिया था।
लेकिन जुगाड़ के महारथी अधिकारी व
कर्मचारी इतनी बड़ी लापरवाही के बावजूद भी जमे हुए हैं। विधान भवन के अंदर
आतंकी गतिविधि के बाद भी लापरवाह कर्मचारी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की
जा सकी है। खास बात यह है कि आला अफसर भी इस मामले में कुछ भी बोलने को
तैयार नहीं है। उनका कहना है कि जांच की जा रही है, रिपोर्ट मिलने के बाद
ही लापरवाह बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। यहाँ मिला था विस्फ़ोटक हम आपको बता दें कि बीते शुक्रवार
को विधान सभा सदन के अंदर विधायक मनोज पांडेय की कुर्सी में लगी सीट के
नीचे पीईटीन नामक बिस्फोटक मिला था। डेढ़ सौ ग्राम मात्रा में मिले बिस्फोट
ने विधान भवन की सुरक्षा व्यवस्था की कलई खोल कर रख दी थी। विधान भवन में
आतंकी खतरे के बाद भी माननीय अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। बिस्फोटक
मिलने के बाद जहां शनिवार को बिना जांच कराए विधायक जबरन विधान सभा के अंदर
प्रवेश कर रहे थे।
उनकी यह करतूत देखने को मिली।
इस बार सुरक्षा एजेंसियों की शक्ति के चलते विधायकों को नहीं चली और उन्हें
जांच के बाद ही अंदर जाने को दिया गया। दरअसल सोमवार को राष्टड्ढ्रपति
चुनाव को लेकर वोटिंग हो रही है। विधान सभा के गेट नं-सात से विधायकों का
प्रवेश कराया जा रहा है। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। विधान
सभा के अंदर विधायक के साथ सिर्फ उनके चालक को ही प्रवेश की अनुमति मिली
है।
अब तक की पड़ताल में जांच एजेंसियों के घेरे में भाजपा के विधायक व
मंत्री भी आ गए हैं। दरअसल माननीय बिना पास के ही विधानसभा के अंदर प्रवेश
किए थे। उनके साथ समर्थक भी थे। फिलहाल जांच एजेंसियां इस पूरे प्रकरण पर
बारीकी से पड़ताल कर रही है। बताया जा रहा है कि विधान भवन के अंदर बिस्फोटक
मिलने के मामले में आज दूसरी बार एनआईए की टीम जांच पड़ताल करने पहुंचेगी।
इससे पहले एनआईए ने एटीएस लखनऊ के साथ संयुक्त रूप से जांच पड़ताल की थी।