पत्रिका से बातचीत में लोहिया अस्पताल के डॉक्टर आरसी अग्रवाल ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को गोल्डल कार्ड दिया गया है। अभी तक सात लोगों को गोल्डल कार्ड दिया गया है और 24 बेड का वार्ड बनाया गया है। कार्ड मिलने से जो व्यक्ति जिस बीमारी से ग्रसित होगा, वह मुफ्त में उस बीमारी का इलाज अस्पताल में करा सकेगा। आयुष्मान भारत योजना से जो पैसा लगाया जाएगा, लो रूबी कल्याण समिति द्वारा दिया जाएगा। रूबी कल्याण समिति में जिलाध्यक्ष से लेकर डॉक्टर तक बैठते हैं।
योजना से जुड़ सकते हैं यह संस्थान भी सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 22 सरकारी अस्पतालों को जोड़ा गया है। 44 प्राइवेट अस्पतालों को भी इस योजना से जोड़ने का संकल्प है। केजीएमयू व पीजीआई को भी योजना से जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है।
ऐसे ले सकेंगे योजना का लाभ 2011 के जातिगत, सामाजिक व आर्थिक जनगणना के माध्यम से चिन्हित किए गए गरीब परिवार के लोग। इस योजना का लाभर्थी बनने के लिए उम्र सीमा पर कोई बंदिश नहीं है। यह 5 लाख तक की बीमा कवर योजना है, जिसमें निशुल्क इलाज होगा। पहले से बीमार व्यक्ति भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।