मालूम हो कि कर्नाटक कैडर के आईएएस अफसर और बहराइच के रहने वाले अनुराग तिवारी की बीती 17 मई को संदिग्ध हालात में राजधानी लखनऊ में मौत हो गई थी। उनका शव अल सुबह सड़क किनारे पड़ा हुआ मिला था। अनुराग की मौत के बाद कई सवाल उठे थे। यूपी सरकार पर भी सवाल उठने लगे थे। मामले ने जब तूल पकड़ा तो इस केस की जांच सीबीआई को सौंप दी गई। अनुराग के परिजनों ने हजरतगंज थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पिछले दिनेां लखनऊ आए सीबीआई के डीआईजी ने अब तक की गई जांच-पड़ताल के आधार पर गवाहों के बयानों का परीक्षण किया था। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई हत्या व हादसे के बीच अपनी थ्योरी पर काम पूरा कर चुकी है, लेकिन अब तक विसरा रिपोर्ट न आने की वजह से एजेंसी की जांच बेनतीजा साबित हो रही है। पिछले दिनों सीबीआई ने चंडीगढ़ स्थित सेंट्रल फोरेंसिक लैब के अधिकारियों से संपर्क कर जल्द विसरा रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने की बात कही थी। अब विसरा रिपोर्ट सीबीआई के पास पहुंच चुकी है, लेकिन उसे सीधे खोलने से बचा जा रहा है। बताया गया कि विसरा रिपोर्ट लेकर सीबीआई टीम सोमवार को राजधान लखनऊ पहुंचेगी और अनुराग के शव का पीएम करने वाले डॉक्टरों के पैनल के सामने इस रिपोर्ट को खोलेगी।