डा. सुनील धनेष्वर ने मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र और स्मृतिचिन्ह भेट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, हम उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अत्यंत आभारी हैं कि उन्होंने विवि. को इस महत्वपूर्ण कार्य का दायित्व सौपा है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण निसंदेह इन महिलाओं के जीवन में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्य अतिथि रामा रमण ने प्रशिक्षण लेने आई महिलाओं से कहा कि ज बवे अपने गांव वापस जाएं तो यह मानकर जाएं कि वो एक यूनीवर्सिटी से पढ़कर आ रहीं हैं और यहां प्राप्त ज्ञान पर गर्व करें। सरकार आपको हर कदम पर सहायता मुहैया कराने को तत्पर है।
कर्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए नवनीत सहगल (आईएएस) ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश के किसानों की आय बढ़ाने लिए अनेकों योजनाओं पर काम चल रहा है। ओडीओपी जैसी योजना अपना परिणाम देने लगीं हैं। उन्होंने कहा कि रेशम उद्योग भी किसानों की आय बढ़ाने का अच्छा माध्यम है। काशी सिल्क उद्योग का गढ़ है पर हम ज्यादातर रेशम चीन से आयात करते हैं। उन्होनें कहा कि अगर हम झांसी में स्ट्राबेरी की पैदावार कर सकते हैं तो तकनीकि की मदद से किसान उच्च गुणवत्ता वाला चाइना सिल्क भी उत्पादित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर सेरीकल्चर रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए कार्य करता है तो सरकार हर संभव मदद करेगी। उन्होनें इस संबंध में एमओयू करने के लिए भी प्रस्ताव दिया।