scriptInverter Battery: ऐसे करेंगे देखभाल तो बढ़ेगी बैटरी की लाइफ, कम आएगा Electricity Bill | Inverter Battery Maintenance Tips for longlasting performance | Patrika News

Inverter Battery: ऐसे करेंगे देखभाल तो बढ़ेगी बैटरी की लाइफ, कम आएगा Electricity Bill

locationलखनऊPublished: May 25, 2021 04:00:36 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

Inverter Battery Maintenance Tips. कायदे से इसे इस्तेमाल किया जाए, तो Inverter सालों साल तक आपका साथ देगा और घर का बिजली का बिल (Electricity Bill) भी कम आएगा।

Inverter Battery

Inverter Battery

लखनऊ. Invertor Battery maintenance Tips. शहरी हो या ग्रामीण इलाकें, आज अधिकतर घरों में इन्वर्टर बैटरी (Invertor Battery) का इस्तेमाल होता देखा जा सकता है। गर्मियों में इसकी अहमियत सबसे ज्यादा होती है। जब बिजली गुल हो जाए, तो इनवर्टर (Invertor) के बगैर घर या दफ्तर में दिन काटना ही मुश्किल है। पंखे-कूलर (Fans and Coolers) और रोशनी करने के लिए बल्ब व ट्यूबलाइट का इस्तेमाल तो घरों में जरूरी है। ऐसे में इनवर्टर की देखभाल भी करना जरूरी है। कायदे से इसे इस्तेमाल किया जाए, तो Inverter सालों साल तक आपका साथ देगा और घर का बिजली का बिल (Electricity Bill) भी कम आएगा। तो आज आपको बताते हैं कुछ ऐसे टिप्स जिससे आपका Inverter खूब दौड़गा।
ये भी पढ़ें- दिनभर एसी चलाने के बाद भी कम आएगा बिजली का बिल, बस अपनाएं ये तरीके

ओवरलोडिंग से बचे-
लखनऊ में इन्वर्टर बैटरी की सर्विस करने वाले राजू बताते हैं कि इन्वर्टर इस्तेमाल करते वक्त ध्यान दें कि वह ओवरलोड न हो। अकसर गर्मियों के मौसम में लगभग घरों के सभी कमरों में पंखे और लाइट जलाने का चलन हैं, लेकिन उससे इन्वर्टर ओवरलोड हो जाता है और उसके जल्द ही खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरत के हिसाब से ही इन्वर्टर से ही पंखे और लाइट का इस्तेमाल करें। इससे बिजली की बचत भी होगी और इनवर्टर खराब भी नहीं होंगे।
ये भी पढ़ें- Electricity Bill: सिम की तरह ग्राहक बदल सकेंगे विद्युत कंपनी, सस्ती मिलेगी बिजली, कम आएगा बिल

हवादार जगह पर रखें बैटरी-

इन्वर्टर लगाने के लिए हमेशा हवादार जगह का इस्तेमाल करें। चार्जिंग और ऑपरेशन के दौरान इन्वर्टर की बैटरी गर्म हो जाती है। हवादार जगह बैटरी के गर्म होने को कम करती है। बैटरी को दीवार से चिपकाकर कतई न रखें। दरअसल दीवार में सीलन होने के कारण वहइन्वर्टर के संपर्क में आ जाता है। इससे बैटरी जल्द ही ख़राब हो सकती है। बैटरी गर्म होगी, तो बार-बार उसमें पानी भरने की भी जरूरत पड़ेगी।
बैटरी का चेक करते रहें वॉटर लेवेल-

बैटरी, इनवर्टर का सबसे अहम हिस्सा होता है। हर दो महीने में बैटरी के वॉटर लेवेल (एसिड) की जाँच जरूर करें। सुनिश्चित करें कि जल स्तर अधिकतम और न्यूनतम जल सीमा के बीच बना रहे। बैटरी में हमेशा डिस्टिल्ड वॉटर डी डालें। नल के पानी या बारिश के पानी का उपयोग न करें क्योंकि इसमें अतिरिक्त खनिज और अशुद्धियाँ होती हैं जो बैटरी के लाइफ और परफॉर्मेंस को प्रभावित करती हैं।
ये भी पढ़ें- शस्त्र लाइसेंस कैसे मिलेगा, जानें नियम व आवेदन की पूरी प्रक्रिया

बैटरी को जंग मुक्त रखें-

बैटरी टर्मिनलों को जंग से मुक्त रखें। अगर टर्मिनल खराब हो जाते हैं तो संक्षारक एरिया में गर्म पानी और बेकिंग सोडा के घोल को डालें या सफाई के लिए टूथ ब्रश का उपयोग करें। इससे जंग चली जाएगी। एक बार जब टर्मिनल जंग मुक्त हो जाते हैं, तो भविष्य में जंग से बचने के लिए टर्मिनलों, नट और बोल्ट पर पेट्रोलियम जेली या वैसलीन लगाएं। बैटरी के प्रदर्शन के लिए उसक जंगमुक्त होना बहुत जरूरी। टर्मिनलों में जंग लगने से बैटरी से आने-जाने का करंट फ्लो कम हो जाता है। करंट के इस सीमित प्रवाह से बैटरी की चार्जिंग धीमी हो जाती है जो आखिर बैटरी लाइफ को कम कर देती है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो