लखनऊ

किसान सम्मान निधि: बचा हुआ 2 हज़ार रु कैसे मिलेगा, अकाउंट में आने की तारीख देखें, फर्जी वालों से वसूली शुरू

उत्तर प्रदेश में किसानों के खाते में भेजे गए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अपात्रों की सूची अब जारी हो चुकी है। जिसमें यूपी में ऐसे भी लोग इस योजना का लाभ ले रहे थे जो काफी अधिक टैक्स पेयर हैं यानी टैक्स भरने वाले लोगों ने भी गरीब किसानों से जुड़ी योजनाओं का पैसा लिया है, ऐसे फेक किसानों की संख्या लगभग 21 लाख है। वहीं उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री का कहना है कि, जल्दी ही इन अपात्रों से किसान सम्मान निधि की भी की जाएगी। ऐसे किसानों के घरों पर नोटिस भेजकर उनसे सही दस्तावेज़ मांगे जा रहे हैं। जिससे उनके कागजों का मिलान किया जाना है।

लखनऊSep 09, 2022 / 02:30 pm

Dinesh Mishra

Symbolic Image of Kisan with money

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 1 दिसंबर 2018 को पीएम मोदी ने की थी। जिसमें किसानों की आर्थिक हालात को देखते हुए उन्हे हर साल खाते में 6 हज़ार रु भेजे जाते हैं। ये 6 हज़ार रु हर चार महीने में किस्त के तौर पर सीधे बैंक खाते में भेजा जाता है। अब तक किस्त के तौर पर 2 हज़ार की 11 किस्तें किसानों को भेजी जा चुकी हैं। जबकि आगामी कुछ ही दिनों में अब बारहवीं किस्त के तौर पर भी 2 हज़ार रु भेजे जाएंगे। जिसका इंतज़ार सभी किसानों को है। ये लगभग 20 दिसंबर के बाद कभी भी आ सकती है।

क्यों रोका गया है किसान सम्मान निधि का पैसा, कितने लोगों की डिटेल्स सही

उत्तर प्रदेश में किसान सम्मान निधि की 12वीं क़िस्त अभी तक किसानों के खाते में नहीं आई है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण किसानों के नाम पर खोले गए फर्जी अकाउंट हैं, जहां सरकारी पैसा आता है लेकिन उसे किसान नहीं ले पा रहे हैं जबकि फर्जी अकाउंट के ज़रिए कई हज़ार की संख्या में टैक्स पेयर्स इसका लाभ ले रहे हैं। सरकार ने इसी फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ही अभी तक सम्मान निधि के पैसे को रोके रखा है।
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फर्जी किसान सम्मना निधि का लाभ लेने वालों की संख्या लगभग 21 लाख है, जिसकी जानकारी कृषि विभाग से जुड़े मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दी है। किसान सम्मान निधि पाने वाले कुल 2 करोड़ 85 लाख लोगों में से 21 लाख खातों पर फिलहाल आंशिक रोक लगाई गई है।
क्योंकि पोर्टल पर उन किसानों का आधार नंबर और भूलेख डाटा गलत दर्ज है।

यूपी के कृषि मंत्री ने जारी किया वसूली का फरमान
यूपी में कृषि विभाग के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, लाखों की संख्या में फर्जी अकाउंट होल्डर्स ऐसे हैं जो सरकारी नौकरी कर रहे हैं, जो इनकम टैक्स भरते हैं, कई अकाउंट में तो एक ही परिवार के दो-दो लाभार्थी हैं। भूलेख संख्या, आधार संख्या जैसे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ मैच नहीं हो रहे हैं। जिसकी वजह से इन संदिग्ध लोगों की पहचान कराई जा अरही है,। जैसे ही ये स्पष्ट हो जाएगा। किसान सम्मान निधि भेज दी जाएगी। जबकि ऐसे सभी फेक लोगों से भेजे गए पैसे की रिकवरी भी होगी।

Fake Account of Kisan Samman Nidhi 22 हजार रुपए की वसूली
कृषि मंत्री शाही ने बताया, यूपी में लाभार्थी किसानों की संख्या 2.85 करोड़ है। इनमें कुल 21 लाख किसान अपात्र पाए गए हैं। इनमें से कई को नोटिस भेजा गया है। बकियों को नोटिस भेजने की प्रकिया जारी है। हर अपात्र व्यक्ति से 11 किस्तों में भेजे गए 22 हजार रुपए की वसूली की जाएगी।
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