इस मामले में 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि प्राथमिक विद्यालयों में पात्र अभ्यार्थियों को वैकेंसी निकालकर नियुक्ति दी जाए। प्रदेश में करीब 75000 टीईटी पास अभ्यार्थी बेरोजगार घूम रहे हैं। वहीं अभ्यार्थियों की मांग है कि प्रदेश में लाखों की संख्या में खाली पड़े प्राथमिक शिक्षकों के पदों पर सरकार उनकी नियुक्ति करे। ये अभ्यार्थी 28 जून से लक्ष्मण मेला मैदान में धरना दे रहे थे।
गुरुवार को दोपहर में अभ्यर्थी जैसे ही विधान भवन के पास पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इससे अभ्यर्थी उग्र हो गए। टीईटी अभ्यर्थी पुलिस से भिड़ गए और दोनों पक्षों के बीच धक्का मुक्की शुरू हो गई। अभ्यर्थियों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों पर काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिसकर्मियों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान भगदड़ में दर्जनों लोग चोटिल हो गए। जिन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
लाठीचार्ज के दौरान कई लोगों को गंभीर चोटें आई तो कई लोग बेहोश भी हुए। फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज की रहने वाली अंजू पोरवाल बेहोश हो गई। महिला साथी की हालत बिगड़ी देख प्रदर्शनकारियों ने एंबूलेंस को फोन किया लेकिन मौके पर एंबुलेंस नहीं पहुंची। काफी देर बाद पुलिस ने ही बेहोश महिला को सिविल अस्पताल तक पहुंचाया।
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने विधानसभा के सामने सड़क जाम कर दी और भाजपा प्रदेश कार्यालय के सामने सड़क पर लेट गए। इन्हें उठाने के लिए पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया।