निदेशक ने भी गाया गाना इस दौरान अस्पताल के निदेशक डीएस नेगी ‘तुम अगर साथ देने का वादा करो…’ गाया तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी ताली बजाई। दर्शकों ने वन्स मोर कहकर उन्हें दोबारा गाने को कहा। इस कार्यक्रम में कई अन्य डॉक्टरों ने भी अपनी परफॉर्मेंस दी। इस दौरान अस्सी व नब्बेे के दशक के गानों पर ज्यादातर डॉक्टर्स ने अपनी परफॉर्मेंस दी।
चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ.एमएल भार्गव ने अपनी पूरी फैमिली के साथ डांस परफॉर्मेंस दी। उन्होंने ‘यही उमर है कर ले गलती से मिस्टेक’ और ‘हम हैं इंडिया वाले सॉन्ग’ पर परफॉर्म किया। इसके अलावा डॉ. संजय रायजादा ने कॉलेज में यूथ को लेकर तीनसहयोगियों के साथ चर्चा की। इस दौरान दर्शकों ने काफी एंजॉय किया।
नहीं होगा अस्पताल का विलय इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि लोहिया इंस्टिट्यूट में लोहिया अस्पताल का विलय नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फैसले का कोई बुरा असर लोहिया इंस्टिट्यूट पर पर नहीं पड़ेगा। इंस्टिट्यूट में चल रहे एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए जरूरी होने पर अस्पताल के साथ एमओयू कर एमसीआई के मानक पूरे कर दिए जाएंगे।
मंत्री के इस ऐलान के बाद लोहिया अस्पताल के डॉक्टर, कर्मचारी और टेक्नीशियनों को खासी राहत मिली है। लोहिया इंस्टिट्यूट में विलय होने की स्थिति में इनमें से कुछ को वहां समायोजित किया जाना था, जबकि बाकियों को दूसरे अस्पतालों में ट्रांफसर करने की तैयारी थी।
अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने सभी कर्मचारियों को सकंल्प दिलवाया कि वह बेहतर तरीके से मरीजों की देखभाल व इलाज करें। वहीं, डीएनबी रेजिडेंट डॉ. इमरान ने पैरोटिड ट्यूमर पर चर्चा करते हुए बताया कि यह गले और कान के पास गांठ जैसा होता है, जिसमें लार निकलता है। इसका समय पर इलाज न होने से खतरा बन जाता है। मौके पर गाइनीकोलॉजिस्ट डॉ. निरूपमा सिंह ने नारी सशक्तीकरण पर एक विडियो दिखाया। यहां डॉ. नेगी ने डॉ. अविनाश चंद्र, राजदेव चौधरी, ऊषा किरन, अशोक उमराव, कमल कुमार आनंद, सत्येंद्र प्रताप सिंह, इंदु मिश्रा, सुधीर, राम सिंह और भानू को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।