राप्ती नदी खतरे के निशान के करीब पहुंची, बढ़ा रहा जलस्तर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने ट्विट के जरिए कहाकि, प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाली महान योद्धा, अद्वितीय तेजस्विता, अद्भुत बलिदान, अदम्य साहस एवं नारी शक्ति की अप्रतिम प्रतीक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जी को उनकी पुण्यतिथि पर कोटिशः श्रद्धांजलि। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि पर सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, बोले-हर भारतीय की प्रेरणा है आपका बलिदान
अंग्रेज तक उनके कायल हो गए :- महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म 18 नवम्बर 1828 को हुआ था। उन्होंने 18 जून 1858 को अपना बलिदान दिया। आज के दिन को देश रानी लक्ष्मीबाई बलिदान दिवस के रूप मनाता है। इतिहास के पन्नों में रानी की वीरगाथा सुनहरे अक्षरों में अंकित है। अपने जीवन की अंतिम लड़ाई में उन्होंने ऐसी वीरता दिखाई कि अंग्रेज तक उनके कायल हो गए।
‘खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी…’ :- झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की वीरता का वर्णन करने वाली कवियित्रि शुभद्रा कुमारी चौहान की कविता ‘खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी…’ आज भी काफी लोकप्रिय है। झांसी की रानी को भारतीय इतिहास में भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक माना जाता है।