अच्छा फल मिलता है :- पंचदिवसीय दिवाली के त्योहार की शुरुआत धनतरेस के दिन से ही होती है। आज मंगलवार 2 नवंबर 2021 को धनतरेस मनाया जा रहा है। धनतरेस के दिन चांदी के आभूषण, सिक्के या चांदी से बनी मूर्ति की खरीदारी काफी शुभ मानी जाती है लेकिन धनतेरस की खरीदारी अगर शुभ मुहूर्त पर हो तभी उसका अच्छा फल मिलता है।
भगवान धनवंतरि के जन्मदिन आज :- लखनऊ के राजाजीपुरम निवासी ज्योतिषाचार्य अजय श्रीवास्तव बताते हैं कि, धनतेरस भगवान धनवंतरि की पूजा का दिन होता है। भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन में सोने का कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए धनतेरस को भगवान धनवंतरि के जन्मदिन के तौर पर भी जाना जाता है। धनतरेस के दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदने की परंपरा है।
चांदी की कोई भी वस्तु खरीद सकते हैं :- धनतरेस पर अगर आप चांदी से बनी कोई वस्तु खरीदने की इच्छा रखते हैं तो पहले शुभ मुहूर्त जान लें। धनतरेस के दिन चांदी के बर्तन, मूर्ति, पूजा के बर्तन, पाजेब, सिक्का या कोई भी सामान खरीद सकते हैं। सभी धातुओं से चांदी को सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है।
धनतरेस पर चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त :- ज्योतिषाचार्य अजय श्रीवास्तव बताते हैं कि, धनतरेस पर चांदी खरीदने के लिए शुभ समय शाम 06.20 से लेकर 08.11 तक रहेगा। अगर सुबह के मुहूर्त पर चांदी खरीदना चाहते हैं तो, सुबह 11.30 मिनट से खरीदारी कर सकते हैं। राहुकाल में कोई भी शुभ काम नहीं होता है, अत: राहुकाल के समय धनतेरस पर खरीदारी से बचें।
चांदी की वस्तु की पूजा :- धनतरेस के दिन खरीदी गई चांदी की वस्तु का इस्तेमाल करने से पहले दिवाली के दिन उसकी पूजा जरूर करें। दिवाली पूजा के दौरान पूजा स्थल पर खरीदी गई चांदी की वस्तु को चढ़ाएं और तिलक करें। उसे पूरी रात पूजा स्थल पर ही छोड़ दें। दूसरे दिन से उसका इस्तेमाल कर सकते हैं।