लखीमपुर खीरी हिंसा में क्राइम ब्रांच ने आरोपी आशीष मिश्र को किया तलब घर पर नोटिस चस्पा, गिरफ्तारी संभव संडीला में है फैक्टरी :- इंग्लैंड की मशहूर कंपनी वेब्ले स्कॉट कानपुर-लखनऊ की आर्म्स कंपनी स्याल ग्रुप के साथ करार कर वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर का निर्माण कर रही है। यह फैक्टरी संडीला के औद्योगिक क्षेत्र फेज दो में स्थित है। इसके प्रोमोटर कानपुर के शस्त्र उद्यमी रिक्की स्याल और मनिंदर स्याल हैं। इस समझौते में 51 फीसदी हिस्सेदारी स्याल ग्रुप की है और 49 फीसदी वेब्ले के पास है। वेब्ले ने 35 साल बाद अपने हथियारों को भारतीय बाजार में उतारा है।
वेब्ले स्कॉट की खासियत :- स्वदेशी रिवाल्वर वेब्ले स्कॉट की मारक क्षमता 40 से 50 मीटर तक है। और उपर इसका वजन भी बेहद कम है। .32 बोर की रिवाल्वर की लंबाई करीब 120.5 मिमी है और वजन 670 ग्राम के करीब है। यह रिवाल्वर की खूबियां महिलाओं को भी लुभा रही हैं। श्ह महिलाओं की सुरक्षा के लिए बेहद कारगर है।
ब्रिटेन की शाही सेना इस्तेमाल करती थी वेब्ले स्कॉट :- स्याल ग्रुप के डायरेक्टर मनिंदर सिंह बताते हैं कि, वर्ष 1887 से 1963 तक वेब्ले स्कॉट के इस्तेमाल की अनुमति सिर्फ ब्रिटेन की शाही सेना और कॉमनवेल्थ सदस्यों को थी। 1915 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वेब्ले सुरक्षा बलों का प्रमुख हथियार था।
सुधीर कुमार गुप्ता को वेब्ले स्कॉट की पहली डिलीवरी :- स्वदेशी रिवाल्वर वेब्ले स्कॉट की पहली डिलीवरी सुधीर कुमार गुप्ता को मिली। राजधानी के कैपिटल गन हाउस के जोगेंदर सिंह ने बताया कि, लखनऊ में 25 लोगों ने रिवाल्वर बुक कराई थी। नवरात्र के पहले दिन दस लोगों को डिलीवरी दी गई।
प्रूफ सर्टिफिकेट मिलेगा :- रिवॉल्वर के ग्राहकों को प्रूफ सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिसमें इंग्लैंड के मानकों के अनुरूप वेब्ले बनाने और परीक्षण करने का प्रमाण पत्र होगा। वेब्ले स्कॉट को हाई प्रेशर कार्टिलेज के साथ परीक्षण किया गया है।
20 अक्तूबर को आधिकारिक रूप से लॉंचिंग :- मनिंदर स्याल ने बताया कि 20 अक्तूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस रिवॉल्वर को आधिकारिक रूप से लॉन्च करेंगे। इस संबंध में रक्षा मंत्रालय से लिखित सहमति भी एक-दो दिन में मिल जाएगी।
रिवाल्वर वेब्ले स्कॉट की कीमत 1.38 लाख रुपए :- स्वदेशी रिवाल्वर वेब्ले स्कॉट देखने में बला की खूबसूरत है। इसकी कीमत करीब 1.38 लाख रुपए है। इसमें जीएसटी शामिल नहीं है।