उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर की आवाज कम करने के लिए निर्देश जारी किए थे। इस निर्देश का अनुपालन पूरे प्रदेश में बिना भेदभाव बेहद शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। अब हटाए गए लाउडस्पीकर को स्कूलों में देने की बात कही है। इसके तहत गोरखपुर और प्रयागराज ने इसकी शुरुआत भी कर दी गई। अब शिक्षा के मंदिरों में ये लाउडस्पीकर प्रार्थना, राष्ट्रगान और बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के काम आएंगे।
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देशभर में 31 मई को बंद रहेंगी सभी ट्रेने, जानिए क्या है बड़ी वजह प्रशासन की मौजूदगी में दिए लाउडस्पीकर इस मौके पर परवेज अख्तर अंसारी, इरशाद उल्ला समेत कई लोग मौजूद रहे। उधर, महाशक्तिपीठ मां कल्याणी देवी मंदिर से उतारे गए लाउडस्पीकर भी दारागंज के वेद विद्यालय को दान कर दिए गए। वहीं गोरखपुर में निर्देश जारी होते ही सबसे पहली पहल उस गोरखनाथ मंदिर से हुई जिसके पीठाधीश्वर मुख्यमंत्री स्वयं है।
मुख्यमंत्री पहले खुद पेश करते हैं नजीर सीएम योगी किसी भी जनहित वाले निर्णय को सबसे पहले खुद पर लागू कर नजीर पेश करते रहे हैं। इसी कड़ी में सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर में लाउडस्पीकरों की आवाज और कम करने की पहल हुई। अब स्कूलों के लिए लाउडस्पीकर देने की शुरुआत भी इसी मंदिर से हुई है। इसके पहले मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के सामने की सड़क को फोरलेन बनवाने के लिए मंदिर परिसर की बाउंड्री तोड़वाने में थोड़ी भी हिचक नहीं दिखाई थी। उनका संदेश साफ है कि जनहित उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है।