मायावती ने कहा कि बीजेपी-आरएसएस वाली ताकतों को कमजोर करने के लिए सपा-बसपा ने अमेठी व रायबरेली सीटों को कांग्रेस के लिए छोड़ा। यह इसलिए भी किया गया ताकी दोनों सर्वोच्च नेता इन सीटों से फिर से चुनाव लड़ें लेकिन सिर्फ इन्हीं सीटों पर उलझ कर न रह जाएं।
गठबंधन का वोट कांग्रेस को बसपा सुप्रीमो ने यह साफ किया कि भाजपा वाले कहीं यूपी के बाहर इस बात का फायदा न उठा लें। इस बात को ध्यान में रखकर ही अमेठी-रायबरेली लोकसभा सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी गई है। लेकिन गठबंधन का एक-एक वोट हर हालत में कांग्रेस के दोनों नेताओं को मिलने वाला है।