व्हाट्सऐप ग्रुप से खुला राज गिरफ्तार किए गए नाइजीरियन मोसिस का मोबाइल खंगाला गया तो वहां से कई खुफिया जानकारियां मिलीं। मोबाइल को जांच के लिए कब्जे में लिया गया था। मोबाइल जांच के बाद पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ। क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली में इन तथ्यों का सत्यापन भी किया। मोसिस के मोबाइल में अजामैन नाम का व्हाट्सऐप ग्रुप मिला। इस ग्रुप में नाइजीरियन और क्रिश्चियन कम्युनिटी के ग्रुप के लोग हैं। जांच में पता चला है कि दिल्ली में 100 से ज्यादा नाइजीरियन अवैध तरीके से रह रहे हैं। इन सभी लोगों ने मिलकर अजामैन नाम की सोसाइटी बनाई हुई है। यही लोग अलग-अलग शहरों में साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। इनके संपर्क में दक्षित भारत के कई युवक युवतियां भी हैं।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाता नाइजीरियन के संपर्क में दक्षिण भारत के कई युवक युवतियां पाए गए हैं जो साइबर ठगी को अंजाम देने में मदद करते हैं। यह लोगों से अपना नाम और पहचान बदलकर संपर्क करते हैं। नाइजीयियन ठग भारत आकर प्री एक्टिवेटेड सिम खरीदते हैं। इसके बाद फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाता खुलवाते हैं। बात करने के लिए नंबर भी दूसरा इस्तेमाल करते हैं। यह ग्रुप अपने किसी मोबाइल नंबर से ठगी की बातचीत नहीं करते हैं ताकि उन्हें ट्रेस न किया जा सके। सभी नंबर कोडवर्ड में सेव किए गए हैं। क्राइम ब्रांच ने मोसिस की महिला मित्र मेंडी को भी ट्रेस कर लिया है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी भी कर ली जाएगी।
कानपुर में ठगी कर नाइजीरिया में बनाया मॉल फेसबुक और इंस्टाग्राम पर महिलाओं से दोस्ती के बाद महंगे उपहार भेजने का झांसा देकर लाखों रुपये हड़पने वाले नाइजीरियन ठग ओकुवारिमा मोसिस ने नाइजीरिया के एबियोकुटा शहर में अपना शापिंग माल भी खोल था। वह भारत की विभिन्न कंपनियों से उत्पाद खरीदकर वहां भेजता था। मॉल में उसने डिजाइनर कपड़ों का शोरूम खुलवाया था। बता दें कि नवाबगंज के पहलवान पुरवा गांव निवासी युवती की शिकायत पर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज हुई थी। धोखाधड़ी, जालसाजी व आईटी एक्ट के मुकदमे की जांच के बाद पुलिस ने शनिवार को नाइजीरिया निवासी ओकुवारिमा मोसिस को नई दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर गिरफ्तार किया था। आरोपित ने युवती से इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद उसे हीरों का हार भेजने का झांसा दिया था। इसके बाद तीन जून को आरोपित की महिला मित्र मिंडी ने खुद को कस्टम विभाग का अधिकारी बता युवती को फोन किया और डराकर खाते में 4.05 लाख रुपये जमा करा लिए थे। ठगी की रकम से उसने पत्नी को नाइजीरियन मॉल खुलवाया था।