अगर आपने विकास प्राधिकरणों से लिया है प्लाट व मकान तो यह खबर आपके लिए है
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि एमएसएमई एक्ट में उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने पर विशेष बल दिया गया है। साथ ही उद्मियों को इन्सेंटिव देने की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि नये एक्ट में उद्यमियों के लिए प्रावधान किया जा रहा है। ओडीओपी के लिए नई डिजाइन और तकनीक जरूरी है। इसके लिए लखनऊ में इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन की स्थापना की जा रही है।एमएसएमई निवेश के लिए एक छोटे आकार की संस्था है। इसके तहत सरकार पंजीकृत कंपनियों या व्यापार के माध्यम से विभिन्न योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी देती है। एमएसएमई में कुशल व अकुशल व्यापारी हो सकते हैं, जो बड़ी संख्या में भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में बेहतर भूमिका निभाते हैं। इनका मकसद निर्यात के क्षेत्र में योगदान, निर्माण क्षेत्र को बढ़ाना और कच्चे माल, बुनियादी सामान आपूर्ति के द्वारा बड़े उद्योगों को समर्थन प्रदान करते हैं।