शादियों में ऐसे व्यजन की सबसे ज्यादा मांग पेय पदार्थों से लेकर स्वीट डिश तक में चयन में इम्युनिटी बढ़ाने पर खास ध्यान रखा जा रहा है। एक आंकड़े के अनुसार नवंबर-दिसंबर में होने वाली शादियों में ऐसे व्यंजनों की मांग सबसे ज्यादा है। वैसे भी कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना से बचाव के लिए मास्क और दो गज की दूरी के साथ-साथ इम्युनिटी बढ़ाने वाले खानपान पर भी ध्यान देना जरूरी है। सर्दी का मौसम होने के कारण भी साग और सभी दालों को खास जगह दी जा रही है। पंचमेल साग में चौराई, बथुआ, चना, पालक व सरसों का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं नवरत्न दाल में चना, उरद, खड़ा उरद, मूंग, मसूर, अरहर, कुलथी, बोकला और मटर होती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है नवरत्न दाल नौ दालों के मिश्रण से बनी नवरत्न दाल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। स्वाद और सेहत के हिसाब से उपयुक्त नवरत्न दाल में चना, उड़द दाल, छिलके वाला खड़ा उड़द, मूंग, मसूर, अरहर, कुलथी, बोकला और मटर का इस्तेमाल किया जाता है। सभी प्रकार के विटामिन से युक्त मूंग दाल सुपाच्य होती है। उड़द की तासीर गर्म होती है। इसे शक्तिवर्द्धक और कफ पित्तवर्धक माना जाता है। वहीं आयरन युक्त चना दाल हीमोग्लोबिन बढ़ाती है। प्रोटीन और कैल्शियम युक्त कुलथी मधुमेह और पथरी में राहत देने के साथ ही सर्दी से भी बचाती है। इसी तरह फाइबर युक्त मसूर भी सेहत के लिए फायदेमंद है।
गुड़ का रसगुल्ला भी बना लोगों की पसंद मेन्यू में स्वीड डिश का भी ख्याल रखा जा रहा है। विशेष समारोहों में गुड़ के रसगुल्ले लोगों की पहली पसंद बन रहे हैं। गुड़ गर्म होता है व विटामिन्स और मिनरल्स के साथ भरपूर मात्रा में कौलोरी युक्त होता है। शादी में अक्सर सबसे ज्यादा खाए जाने वाली डिश रसगुल्ला होती है। इसलिए गुड़ के रसगुल्लों को मेन्यू में शामिल किया गया है। वहीं लहसुन, अदरक व आंवला की चटनी भी शामिल है। कारीगर शिवशंकर का कहना है कि पूड़ी के साथ मोटे अनाज की रोटी की डिमांड सबसे ज्यादा है। पिछले साल तक पूड़ी-कचौड़ी व तंदूरी रोटी ही प्रचलन में था जबकि इस बार मक्का और बाजरे की रोटी की मांग ज्यादा है।