वीआईपी मूवमेंट जैसी रही ग्रीन कॉरिडोर पर चुस्ती
ऊंचाहार एनटीपीसी हादसे में घायल कुछ गंभीर मरीजों को सिप्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और केजीएमयू में भर्ती किया गया है। इनमें से तीन घायलों को गुरुवार सुबह एयर एम्बुलेंस के जरिये लखनऊ से दिल्ली के एम्स में शिफ्ट करने की योजना बनी। एसएसपी लखनऊ दीपक कुमार ने बताया कि गुरुवार सुबह सिप्स और केजीएमयू अस्पताल से लेकर अमौसी एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इस क्षेत्र में एम्बुलेंस के निकलने तक यातायात को रोक दिया गया। लगभग 22 से 25 मिनट के औसत समय में पांच एम्बुलेंस में घायलों को एयर एम्बुलेंस तक पहुंचा दिया गया।
22 मिनट में पहुंचे एयरपोर्ट
एएसपी ट्रैफिक रवि शंकर निम के मुताबिक ग्रीन कॉरिडोर की बनाने की सूचना मिलते ही ट्रैफिक व सिविल पुलिस ने तैयारियां पुख्ता कर ली थी। यातायात को ग्रीन कॉरिडोर के रास्ते से डायवर्ट किया गया। इसके बाद घायलों को ले जा रही तीन अलग-अलग एम्बुलेंस को सिप्स और केजीएमयू अस्पताल से अमौसी एयरपोर्ट टर्मिनल तीन तक ट्रैफिक फ्री रास्ता मुहैया कराया गया। इससे औसत 22 मिनट में ही पांच एम्बुलेंस एयरपोर्ट पहुंच गई। सिप्स से एयरपोर्ट टर्मिनल के बीच की दूरी करीब 25 किलोमीटर है और सामान्य स्थिति में सिप्स से एयरपोर्ट टर्मिनल तक पहुंचने में 50 मिनट से 1 घंटा लग जाता है।
करीब 30 की हो चुकी है मौंत
ऊंचाहार एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन) प्लांट की नवीन अंडर ट्रायल छठी यूनिट में बुधवार दोपहर स्टीम पाइप में ब्लास्ट हुआ था। इस ब्लास्ट से वहां काम कर रहे सैकड़ों कर्मचारी व अधिकारी चपेट में आ गए। ब्लास्ट में अब तक करीब 30 की मौत होने की बात सामने आ रही है। वहीं सैकड़ों घायल हैं। इन्हें लखनऊ, राजबरेली, इलाहाबाद समेत कई जिलों के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लखनऊ के केजीएमयू रेफर किए गए घायलों में करीब पांच की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवार को दो-दो लाख रूपये, गंभीर रुप से घायलों को पचास हजार और सामान्य रुप से घायलों को पच्चीस हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।