वहीं समाजवादी पार्टी ने बीएचयू मामले की जांच के लिए 8 सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। यह जांच दल सोमवार को वाराणसी जाएगा और पूरे मामले की रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपेगा। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के अनुसार ये दल सोमवार 25 सितंबर को वाराणसी का दौरा करेगा और मामले में 26 सितंबर को रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपेगा। इस जांच दल में सपा एमएलसी शतरुद्र प्रकाश, रामवृक्ष सिंह, लीलावती कुशवाहा, विधायक प्रभुनारायन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष महिला सभा गीता सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष छात्र सभा राहुल सिंह, प्रदेश अध्यक्ष छात्र सभा दिग्विजय सिंह देव और महानगर अध्यक्ष वाराणसी राजकुमार जायसवाल के नाम शामिल हैं।
बीएचयू में छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज एवं फायरिंग की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने कड़ी निन्दा की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की वाराणसी में मौजूदगी में हुई इस दु:खद घटना ने बीजेपी की युवतियों व महिलाओं के प्रति सुरक्षा, सम्मान और प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था की कलई खोल दी है। राज बब्बर ने बीएचयू के कुलपति द्वारा बरती गई लापरवाही पर उन्हें तत्काल बर्खास्त किए जाने की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यायल में छेडख़ानी जैसे घृणित कृत्य का विरोध कर न्याय पाने के लिए सैकड़ों छात्राएं जहां सड़कों पर पूरी रात बैठी रहीं और प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। वहीं बीएचयू कुलपति एवं विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रांगण में हुए इस घृणित कृत्य के विरुद्ध कार्रवाई न करने एवं छात्राओं के इस आन्दोलन पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज एवं फायरिंग कराकर प्रदेश सरकार ने महिलाओं के प्रति अपनी विरोधी मानसिकता को उजागर किया है।