एप्लीकेशन की खासियत :- इस एप्लीकेशन की खासियत है कि इस एप्लीकेशन में संदिग्ध कोरोना मरीज या उनका इलाज चल रहा है या उनकी रिपोर्ट आने वाली हो या उनका पर्सनल डिटेल हो या उनके रहने वाली जगह व जिस जगह से वह आए हैं। उस जगह की डिटेल हो इस एप्लीकेशन से सभी अधिकारियों व कर्मचारियों तक पहुंचेगी।
अफसरों को करेगा अपडेट :- इस एप्लीकेशन का काम रायबरेली के सभी अधिकारियों को इस बात से अपडेट कराना होगा कि आखिरकार कोरोनावायरस किस प्रकार बढ़ रहा है या घट रहा है या कितने क्षेत्रों में प्रभावित होगा। इस ऐप का अगले 3 दिनों में मोबाइल एप्लीकेशन भी डेवलप किया जा रहा है। इस एप्लीकेशन से अभी रायबरेली की जनता का ही लाभ मिलेगा। हालांकि इस एप्लीकेशन को बनाने का उद्देश्य सिर्फ कर्मचारियों अधिकारियों तक सूचना पहुंचाना होगा।
जनता भी जान सकेगी हाल :- इस एप्लीकेशन से रायबरेली की जनता इस बात को जान सकती है कोरोना वायरस किस क्षेत्र में पाया गया है। और उसके आस-पास कितनी दूरी तक प्रभावित है। इस समय किस प्रकार की जांच चल रही है। और आखिरकार जांच कहां तक पहुंची हुई है।
डीएम शुभ्रा सक्सेना ने पत्रकारों को बताया कि इस एप्लीकेशन की सोच उनकी स्वयं की है। इस एप्लीकेशन को गूगल प्ले स्टोर से अगले 3 दिनों के बाद डाउनलोड किया जा सकेगा। इस एप्लीकेशन को डीएम शुभ्रा सक्सेना ने स्वयं एज क्लाइंट और एज आ डेवलपर पर डेवलप किया है। जिसको अपडेट करने के लिए डीएम शुभ्रा सक्सेना ने टीम भी गठित की है। इसकी कमान खुद जिले की जिलाधिकारी अपने पास रखेंगी।
रायबरेली की डीएम शुभ्रा सक्सेना ने लॉकडाउन में गरीबों और जरुरतमंदों के लिए सभी जरूरी वस्तुओं को पहुंचाने में मददगार हैं। राशन के साथ रोजमर्रा की जरूरतों को जनता पहुंचाने के लिए जनता बाजार लगवा है। जिससे उनको शहर या कस्बे में न आना पड़े।