राज्यसभा की खाली होने वाली 11 सीटों में से पिछली बार भाजपा की पांच, सपा सीटों पर कब्जा थी। 3 वर्षो तक राजनैतिक परिस्थितियां बदली हुई हैं। संख्याबल भाजपा और सपा के ही पास है। सपा पहले ही तीन प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर चुकी है। ऐसे में 8 सीटें भाजपा के खाते में जाना लगभग तय माना जा रहा है। मौजूदा सदस्यों में से सुरेंद्र नागर और जफर इस्लाम को फिर से भेजे जाने की संभावनाएं हैं। सुरेंद्र नागर गुर्जर समाज से आते हैं और मंत्रिमंडल में इस समाज से सोमेंद्र तोमर के रूप में सिर्फ एक राज्यमंत्री है। वहीं, ब्राम्हण कोटे से लक्ष्मीकांत बाजपेई के अलावा डॉ दिनेश शर्मा और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के नाम की भी चर्चाएं हो रही हैं।
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भाजपा ने भी तय किए सभी 8 राज्यसभा प्रत्याशियों के नाम, जानिए कौन बनेगा राज्यसभा सांसद आरपीएन सिंह पर दांव कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह को पार्टी राज्यसभा भेज सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए गोरखपुर सदर सीट छोड़ने वाले राधा मोहन दास अग्रवाल को भी उच्च सदन में भेजा जा सकता है। कुंवर मानवेंद्र और संजय सिंह में से किसी एक को भेजे जाने की चर्चा हैं राजनीतिक गलियारे में हो रही हैं। 11 जून को होने वाले चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर सरकार को तेज हो चुकी है। आज भारतीय जनता पार्टी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। पहले ही समाजवादी पार्टी से समर्थित उम्मीदवार कपिल सिब्बल नामांकन कर चुके हैं वहीं समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं।