सरकार बनते ही पूरी हुई मंशा
रक्षामंत्री ने कहा कि मुझे याद है भारतीय जनसंघ की जब स्थापना हुई थी, तब से लेकर आज तक हमारे कार्यकर्ता यही कहते रहें कि हमारी जब सरकार बन जाएगी तब हम अनुच्छेद 370 और 35ए समाप्त करेंगे। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग बन जाएगा। जो संविधान भारत के लिए लागू होगा, वही संविधान जम्मू-कश्मीर के लिए लागू होगा। यह संकल्प हमारे कार्यकर्ताओं का संकल्प तब से अबतक था। हमारे भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक निशान, एक विधान और एक प्रधान देश में होना चाहिए। इस संकल्प के साथ उन्होंने अपना बलिदान दे दिया। उनकी यह मुराद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी की है। अनुच्छेद 370 और 35ए हटाने का सिलसिला पिछली सरकार से ही शुरू हो गया था। प्रधानमंत्री की इच्छा थी कि जल्दी से यह काम हो जाए। लेकिन उसमे राज्यसभा में बहुमत न होने के कारण संभव नहीं हो सका। अब जम्मू-कश्मीर का अगल से कोई संविधान नहीं होगा। एक ही संविधान से पूरा भारत चलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रसंशा करना चाहता हूं कि अंतरराष्ट्रीय जगत में ऐसी स्थितियां पैदा कर दी जो पाकिस्तान, भारत के साथ इधर-उधर की स्थितियां पैदा करने में लगा था, आज वह खुद अलग-थलग पड़ा है। कांग्र्रेस जैसी पार्टी में कुछ लोगों ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए समाप्त नहीं होनी चाहिए।