कुल 24 कमरे हैं राजभवन में सूचना के अनुसार राज भवन के शासकीय भवन में कुल 24 कमरे हैं। इनमे 10 अतिथि कक्ष तथा 14 कार्यालय कक्ष हैं। इसके अतिरिक्त मुख्य भवन एनेक्सी में प्रथम तल पर एक सचिव आवास है। साथ ही राज्यपाल तथा उनके परिवार के निजी प्रयोग के लिए 4 कमरे हैं।इन कमरों तथा सभागार में कुल 106 एसी लगे हैं। पूर्व में नूतन द्वारा मांगी गयी एक अन्य सूचना में बताया गया था कि राज भवन में कुल 86 कर्मी काम करते हैं।इ नमें एक प्रमुख सचिव, एक विशेष सचिव तथा एक विधि परामर्शी हैं। साथ ही 04 विशेष कार्याधिकारी, 04 निजी सचिव तथा अन्य सचिवालयीय सहायक हैं। इनके अलावा 1 शेफ, 1 स्टीवर्ड, 6 चालाक, 3 वरिष्ठ अनुसेवक तथा 19 अनुसेवक हैं। इनके साथ 16 बेयरर, 5 सहायक बेयरर, 3 मेट, 2 कुक, 1 टेलर, 1 रजक तथा 5 सफाई कर्मी हैं। प्रमुख तथा विशेष सचिव के वेतन शासन से मिलते हैं जबकि अन्य कर्मियों का मासिक वेतन रु० 39,70,530 है।
राजभवन में तैनात चपरासी की तनख्वाह भी कई विभागों के तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों से ज्यादा है। राजभवन में टेलर भी है, जिसे 35 हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने कहा है कि इस खर्च को कम किए जाने की जरूरत है क्योंकि जहां उत्तर प्रदेश में गरीबी की रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या लाखों में है, लोग जरूरी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं, वहां अब ऐसे खर्चों की जरूरत नहीं है। बता दें कि नूतन ठाकुर समाजिक कार्यकर्ता हैं। वह चर्चित आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी भी हैं। वह इससे पहले भी कई मामलों में आरटीआई डाल चुकी हैं।