scriptस्वतंत्र देव को भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने पर यूपी के ये पिछड़े हो गए नाराज, जानिए क्या है बात | this section of OBC is not happy as Swatantra Dev became BJP president | Patrika News
लखनऊ

स्वतंत्र देव को भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने पर यूपी के ये पिछड़े हो गए नाराज, जानिए क्या है बात

स्वतंत्रदेव को भाजपा अध्यक्ष बनाये जाने के पीछे पिछड़ों को भ्रमित करने की राजनीतिभाजपा सबसे बड़ी जातिवादी पार्टी, पिछड़े वर्ग के नेता मोहरे व गुलाम-लौटन राम निषाद

लखनऊJul 16, 2019 / 07:58 pm

Anil Ankur

this section of OBC is not happy as Swatantra Dev became BJP president

this section of OBC is not happy as Swatantra Dev became BJP president

लखनऊ. राष्ट्रीय निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव चैधरी लौटन राम निषाद ने भाजपा उ0प्र0 का प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को बनाये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह सिर्फ पिछडों को भ्रमित करने की राजनीति का हिस्सा है। स्वतंत्रदेव सिंह पिछडे व दलित वर्ग के नेता नहीं, भाजपा के इशारे पर चलने वाले वर्गीय संवेदना से हीन नेता हैं। भाजपा देश की सबसे बड़ी जातिवादी पार्टी है जिसमें पिछडे वर्ग के नेताओं को गुलाम बनाकर मोहरे के तौर पर रखा जाता है।
उनकी हैसियत केवल हां में हां मिलाने भर की होती है। भाजपा पिछड़ों दलितों को सिर्फ वोट बैंक समझती है और वोट के लिए ही पिछड़े दलित आदिवासी उसके लिए ***** हैं। जब हक अधिकार की बात आती है तो पिछड़ों दलितो को दर किनार कर दिया जाता है।

निषाद ने कहा कि पिछड़े वर्ग को मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर भाजपा ने उमाश्री भारती व केशव प्रसाद मौर्या को आगे किया और जब मुख्यमंत्री बनाने की बारी आई तो इन्हें दर किनार कर कट्टर जातिवादी अजय कुमार सिंह बिष्ट उर्फ योगी आदित्य नाथ को बना दिया। मण्डल कमीशन या ओबीसी के आरक्षण व सामाजिक न्याय की विरोधी भाजपा कभी पिछड़ों दलितों की हितैशी नहीं हो सकती। यह वही भाजपा है जिसने मण्डल कमीशन के विरोध में अयोध्या में राम मन्दिर बनाने का मुद्दा उछालकर आडवाणी को कमण्डल थमाकर रामरथ पर सवार कर दिया। वर्तमान में केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों के द्वारा पिछड़े दलित वर्ग के आरक्षण को कुन्द किया जा रहा है। छद्म राष्ट्रवाद व हिन्दुत्व के भुलावे में आकर सामाजिक न्याय की विरोधी भाजपा को वोट देने वाले पिछडे दलित अब अपनी गलतियों पर पछता रहे हैं।
निषाद ने कहा कि महाराष्ट्र में कुर्मी जाति के बिनोद तावड़े या बंजारी जाति की पंकजा मुण्डे को मुख्यमंत्री बनाने का प्रचार कर भाजपा ने पिछड़ों का वोट लिया और जब बहुमत मिल गया तो देवेन्द्र फडनवीस को बना दिया। हरियाणा में वीरेन्द्र सिंह जाट, राजकुमार सैनी या कृष्ण पाल सिंह गुजर को बनाने का प्रचार किया और मनोहर लाल खट्टर को बना दिया। भाजपा केवल वोट बैंक के लिए पिछड़ों दलितो का नाम आगे कर ***** बनाती आ रही है। भाजपा द्वारा आर.एस.एस. के इशारे पर संविधान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। स्वतंत्रदेव सिंह के अन्दर न तो वर्गीय चिंतन, वर्गीय संवेदना है और न ही जातीय स्वाभिमान। योगी सरकार द्वारा नियुक्तियों में पिछड़ों के साथ इतना बड़ा खेल हो रहा है परन्तु निज स्वार्थ में पिछड़े दलित वर्ग के मंत्री, सांसद, विधायक व नेता गूंगे बहरे बन चुप्पी साधे हुए हैं।

Home / Lucknow / स्वतंत्र देव को भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने पर यूपी के ये पिछड़े हो गए नाराज, जानिए क्या है बात

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो