पीड़िता का भी हुआ मेडिकल टेस्ट
सीबीआई ने रेप पीड़िता का भी मेडिकल टेस्ट करवाया है। वहीँ सीबीआई को दिए बयानों में भी किशोरी ने विधायक पर लगाए आरोपों को दोहराया है। सीबीआई ने अपनी खोजबीन में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के दो मोबाइल फोन अपने कब्जे में लिए हैं। यह माना जा रहा है कि सीबीआई फोन की फारेंसिक जांच भी कराएगी। विधायक के मोबाइल से मिले कई नंबरों के बारे में भी जांच की जा रही है।
आज होगी कोर्ट में पेशी
कुलदीप सिंह सेंगर की आज शनिवार को कोर्ट में पेशी होनी है। सीबीआइ लखनऊ के संयुक्त निदेशक डॉ.जीके गोस्वामी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोपित विधायक के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। शनिवार को विधायक को कोर्ट में पेश कर पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी जाएगी। इससे पहले इधर, सीबीआइ की तीन टीमें शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे उन्नाव गईं और वहां पीडि़त किशोरी के बयान लेने के साथ ही पुलिसकर्मियों व डॉक्टरों से भी पूछताछ की। किशोरी के पिता की मौत के मामले में निलंबित एसओ माखी अशोक भदौरिया व उपनिरीक्षक केपी सिंह से भी लंबी पूछताछ की गई।
बता दें कि शुक्रवार सुबह 4:15 बजे उन्हें उनके आवास से उठा लिया गया था। उसके बात वे 4:40 बजे मुख्यालय पहुंचे। सुबह करीब नौ बजे उन्नाव के लिए तीन टीमें रवाना हुईं । उसके बाद रात करीब साढ़े आठ बजे उन्नाव से सीबीआइ टीम लौटी। रात साढ़े नौ बजे सीबीआइ ने विधायक की गिरफ्तारी की।
ये है पूरा घटना क्रम
आठ अप्रैल को पीड़ित किशोरी ने परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास के पास किया आत्मदाह का प्रयास किया। उसके बाद नौ अप्रैल को पीड़ित किशोरी के पिता की उन्नाव में न्यायिक अभिरक्षा में मौत हो गई। उन्नाव के माखी एसओ समेत छह पुलिसकर्मी निलंबित हुए । 10 अप्रैल को विधायक का भाई अतुल सिंह गिरफ्तार, पीडि़त किशोरी के पिता के साथ मारपीट के मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ाई गई। एडीजी लखनऊ जोन के नेतृत्व में एसआइटी गठित। सीएम ने 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट। उसके बाद 11 अप्रैल को एसआइटी की प्रारंभिक रिपोर्ट पर उन्नाव के सीओ शफीपुर व दो चिकित्सक निलंबित किये गए। उन्नाव कांड की सीबीआइ जांच की सिफारिश की। 12 अप्रैल को सीबीआइ ने मामले में तीन केस दर्ज कर शुरू की जांच। देर रात ही विधायक को पकडऩे के लिए एसएसपी लखनऊ से संपर्क किया फिर 13 अप्रैल को सीबीआइ ने आरोपित विधायक को गिरफ्तार किया ।