अब प्रदेश संगठन से बाहर किए गए तमाम कांग्रेसी खुलकर लामबंद हो रहे हैं। पूर्व एमएलसी और प्रदेश कांग्रेस संगठन में लंबे समय तक पदाधिकारी रहे सिराज मेंहदी ने माह भर पहले पार्टी के उपेक्षित और असंतुष्ट नेताओं की एक बैठक बुलायी थी। उसमें तय हुआ था कि प्रदेश भर के उन नेताओं को बुलाया जाए जिन्होंने लंबे समय से पार्टी की सेवा की लेकिन नवनियुक्ति प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की टीम उन्हें कोई तवज्जो नहीं दे रही।
प्रदेश भर के असंतुष्ट वरिष्ठ कांग्रेसियों गुरुवार को गोमतीनगर में पूर्व सांसद के यहां बैठक की। बैठक में प्रदेश कांग्रेस के कायाकल्प के नाम पर संगठन के स्वरूप को पूरी तरह बदलने पर चर्चा हुई। ऐसे वरिष्ठ कांग्रेसी जिन्हें किनारे कर दिया गया है उन सभी ने महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर गुस्सा उतारा। आजमगढ़ के पूर्व सांसद डॉ. संतोष सिंह के आवास पर हुई बैठक में पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र समेत 50 से अधिक ऐसे कांग्रेसी शामिल हुए जो कभी न कभी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की टीम से लेकर राजीव गांधी,सोनिया गांधी और राहुल गांधी की टीम में काम कर चुके थे। यानी 40-50 सालों से कांग्रेस का झंडा-बैनर उठाकर चल रहे थे। बैठक में वर्तमान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रति विरोध जताया गया। इनका बड़ा दर्द यह भी है कि अब संगठन में इनकी कोई सलाह नहीं मानी जा रही है। बैठक में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से समय मांग कर उन्हें अपनी उपेक्षा से अवगत कराने का निर्णय लिया गया।