यूपी सरकार ने प्रदेश के सुल्तानपुर, सोनभद्र, चंदौली, बुलंदशहर, पीलीभीत, औरैया, बिजनौर, कानपुर देहात, कुशीनगर, गोंडा, कौशाम्बी, ललितपुर और लखीमपुर खीरी में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किए हैं। प्रत्येक मेडिकल कालेज के निर्माण पर करीब 325 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। धरातल पर देखें तो इनमें से कुछ जिलों में मेडिकल कॉलेज के लिए नींव पड़ गई, तो कहीं कार्यालय ही स्थापित हो पाए हैं। वहीं कुछ जमीन चिन्हित ही कर पाए हैं। अधिकतर मेडिकल कॉलेजों को पूरा करने के लिए 18 माह का लक्ष्य दिया गया है। फिलहाल इन जिलों में क्या है मेडिकल कॉलेज के निर्माण की स्थिति? आईये जानते हैं-
ये भी पढ़ें- यूपी में जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेजों में भर्ती अभियान शुरू सुल्तानपुर- सुल्तानपुर से सटे दूबेपुर ब्लॉक में चिह्नित 110 एकड़ भूमि पर कार्यदाई संस्था ने फाउंडेशन बनाने का काम मई में शुरू कर दिया। यहां नींव भर दी गई और काम प्रगति पर है।
चंदौली- चंदौली में राजकीय मेडिकल कॉलेज सैयदराजा विधानसभा के बरठी कमरौर गांव में बनेगा और जिला अस्पताल के साथ उसे जोड़ा जाएगा। कालेज निर्माण के लिए हैदराबाद की केपीडी कंस्ट्रक्शन कंपनी नामित की गई है। बताया जा रहा है कि 2023 तक यह मेडिकल कॉलेज तैयार हो जाएगा।
कानपुर देहात- कानपुर देहात में मेडिकल कॉलेज का निर्माण मई में शुरू कर दिया गया है। कुंभी क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी के जिम्मे यह निर्माण गुजरात की एक कंपनी ने शुरू किया है। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। बताया जा रहा है कि 18 माह के भीतर मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएगा।
ये भी पढ़ें- साल के अंत यूपी को मिलेंगे नौ नए मेडिकल कॉलेज, प्राचार्य और 50 फीसदी शिक्षकों की हुई नियुक्ति बुलंदशहर- बुलंदशहर में कृषि विभाग की दस एकड़ जमीन मेडिकल कालेज निर्माण के लिए आवंटित की गई है। नोएडा की एक कंपनी ने मई में यहां निर्माण कार्य शुरू कर दिया। मेडिकल कालेज का निर्माण 18 माह में पूरा करने की समय अवधि निर्धारित की गई है।
पीलीभीत- मई में ही पीलीभीत मेडिकल कालेज निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। मरौरी ब्लाक क्षेत्र के खाग गांव में मेडिकल कालेज बनाया जा रहा है। मेडिकल कॉलेज का निर्माण हैदराबाद की एक कंपनी कर रही है।
कुशीनगर- कुशीनगर में स्वीकृत राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण जल्द शुरू होगा। पडरौना क्षेत्र के रामपुर मटिहनिया गांव में कृषि विभाग के कार्यालय के पास 13 एकड़ क्षेत्रफल में इसका निर्माण होगा। पीएसपी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, अहमदाबाद (गुजरात) इसका निर्माण करेगी। इसकी समय सीमा 18 महीने रखी गई है।
गोंडा- गोंडा से सटे छावनी सरकार में 15 एकड़ भूमि मेडिकल कॉलेज के लिए आरक्षित है। लेकिन यहां चाल थोड़ी धीमी है। यहां अभी सिर्फ निर्माण संस्था का कार्यालय बन रहा है। राजकीय मेडिकल कालेज के निर्माण के लिए 31 नवंबर 2022 तक कार्य पूर्ण कराने की तिथि तय की गई है।
कौशाम्बी– सिराथू तहसील के कादीपुर गांव में कौशांबी मेडिकल कॉलेज बनने वाला है। कार्य प्रगति की बात करें, तो केवल अभी तक मेडिकल कॉलेज के लिए प्रशासन ने 42 बीघे जमीन का इसके लिए अधिग्रहण किया है।
ललितपुर – ललितपुर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य जुलाई महीने में शुरू होने का अनुमान है। इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सांसद अनुराग शर्मा ने बताया कि जुलाई महीने में इसका भूमि पूजन हो जाएगा।
लखीमपुर खीरी- देवकली रोड स्थित सैदापुर भाऊ में मेडिकल कॉलेज बनेगा। नई दिल्ली की एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड इसका निर्माण करेगी। 24 महीने में मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाना है।
औरैया- औरेया में दिबियापुर रोड पर मेडिकल कॉलेज बनना है। दो से तीन सप्ताह पहले डीएम ने कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ वहां का निरीक्षण किया था।
बिजनौर- बिजनौर में गांव स्वाहेड़ी के पास मेडिकल कॉलेज बनाने का काम शुरू हो गया है। पुणे की वेसकॉम कंपनी मेडिकल कॉलेज बना रही है।