उपनल के एमडी ब्रिगेडियर जेएनएस बिष्ट (सेनि) की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में कर्मियों की अकुशल से अधिकारी स्तर तक पांच श्रेणियों में 10 फीसद मानदेय वृद्धि से होने वाले बदलाव का ब्योरा भी दिया गया था। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इसपर निर्णय लिया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि वित्त विभाग उपनल कर्मियों के मानदेय को लेकर सभी पहलुओं का अध्ययन कर रहा है। जिस प्रकार मानदेय में बढ़ोतरी हो रही है, उससे विभिन्न श्रेणियों में स्थायी कर्मचारियों का वेतन भी प्रभावित होने का अंदेशा है।
उपनल के जरिए राज्य में करीब 20 हजार से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं। 2004 से अब तक यानी 19 साल की अवधि में उपनल कर्मचारियों के मानदेय में सात बार बढ़ोत्तरी हुई है। साथ ही दो बार प्रोत्साहन भत्ते में भी संशोधन हुआ है।