ये भी पढ़ें- अयोध्या में राम मंदिर का उत्साह, मस्जिद की कवायद ठंडी ओवैसी ने किया था ट्वीट- ओवैसी ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा, “प्रधानमंत्री का भूमि पूजन में शामिल होना उनके संवैधानिक पद की शपथ का उल्लंघन हो सकता है। धर्मनिरपेक्षता हमारे संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है।” उन्होंने आगे लिखा, ”हम यह नहीं भूल सकते कि 400 वर्षों से ज्यादा वक्त से बाबरी मस्जिद अयोध्या में थी और 1992 में क्रिमिनल भीड़ ने इसे ध्वस्त कर दिया था।”
ये भी पढ़ें- यूपी में आज आए 3490 कोरोना मामले, टेस्टिंग मामले में यूपी बनेगा देश में नंबर वन- अवनीश अवस्थी आलोक कुमार ने दिया जवाब- इस पर विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री के भूमि पूजन में जाने में असंवैधानिक जैसा कुछ नहीं है। यह एक ऐसा काम जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जो ढांचा गिरा था वो उस समय की भावनाओं का उद्वेग था या षड्यंत्र, इस विषय पर सुनवाई अभी हो रही है। निर्णय अभी नहीं आया है। उन्होंने दावा किया कि उसमें कोई षड्यंत्र नहीं था नहीं और विश्वास जताया कि सभी नेता कोर्ट में निर्दोष साबित होंगे।