scriptभ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही इस महिला ने अपने अधिकारी पति को ही करवाया निलंबित, सभी सरकारें कर रही है वाहवाही | wife shakuntala action against her corrupt husband | Patrika News
लखनऊ

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही इस महिला ने अपने अधिकारी पति को ही करवाया निलंबित, सभी सरकारें कर रही है वाहवाही

-पति की डांट से परेशान होकर घर से ही उठाई आवाज-50 बाल विवाह और कई जगह भ्रूण हत्या रुकवाईं-महिलाएं घूंघट से निकाला बाहर

लखनऊAug 11, 2019 / 05:38 pm

Ruchi Sharma

news

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही इस महिला ने अपने अधिकारी पति को ही करवाया निलंबित, सभी सरकारे कर रही है वाहवाही

लखनऊ. कहते है सच्चाई अक्सर कड़वी होती है फिर चाहे जिदंगी की हो या रिश्तों की। सच्चाई और ईमानदारी का रास्ता कठिन जरूर होता है, लेकिन यही भरोसा पैदा करता है और एेसा ही भरोसा पैदा किया है शकुंतला (Shakuntala) के साहस ने। जिसने कुरीतियों और भ्रष्टाचार के (Corruption) खिलाफ अभियान चलाकर पूरी ईमारदारी से सबसे पहले अपने ही ग्राम पंचायत अधिकारी पति को भ्रष्टाचार के आरोप पर निलंबित कर दिया। यह कदम शकुंतला के लिए बेहद मुश्किल था। शकुंतला समाज में सुधार लाने के लिए अपने ही परिवार से लड़ने को तैयार को गई। इसके अलावा अपने पति पर रिश्वत लेने पर भी रोक लगा दी। शकुंतला ने बाल विवाह से लेकर भ्रूण हत्या तक अभियान चलाया है। शकुंतला के इस साहस भरे कदम से सैकड़ों महिलाअों ने उनका साथ दिया अौर इस अभियान में उनके साथ जुड़ी। उनके साहस अौर सच्चाई को देखकर सराकार ने उन्हे 2017 में रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार (Rani Laxmi Bai Award) से सम्मानित भी किया।
यह भी पढ़ें

सोनिया गांधी से लेकर अदिति सिंह तक इन 10 महिलाओं से डरते हैं बड़े-बड़े कद्दावर राजनेता, अब करेंगी ये काम

पति की डांट से परेशान होकर घर से ही उठाई आवाज

शकुंतला का जन्म कानपुर के मकनपुर में हुआ था। बचपन में ही सिर से पिता का साया उठ गया था। फिर भाई व बहन की भी मौत हो गई थी। इन परिस्थितियों में वह अकेली पड़ गई थी। मां ने बड़ी मुश्किल से उनका विवाह मल्हानपुर्वा निवासी ग्राम पंचायत सचिव जगदीश श्रीवास्तव से करा दिया। शादी के बाद घर का काम और पति की डांट से वह परेशान थी। इसके बाद उसने महिलाओं के उत्पीडऩ के खिलाफ आवाज उठाने को ठानी। इसी बीच गांव की 58 गरीब महिलाओं के पट्टे पर दबंगों ने कब्जा कर लिया था।
यह भी पढ़ें

12 साल बाद आपके मकान पर कब्जा कर लेगा किरायेदार, सुप्रीम कोर्ट का आया बड़ा फैसला

50 बाल विवाह और कई जगह भ्रूण हत्या रुकवाईं

अक्टूबर 1998 में शकुंतला ने महिलाओं के साथ जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनके ग्राम पंचायत अधिकारी पति उन्हें धरना प्रदर्शन से हटने की धमकी देने लगे और कहा कि नहीं हटी तो तलाक दे दूंगा। वह नहीं मानी और अंत में तत्कालीन जिलाधिकारी ने उनके पति को निलंबित करते हुए गरीब महिलाओं को पट्टे पर काबिज कराया। इसके बाद उनके साथ वह सभी महिलाएं जुड़ गईं। उन्होंने गांव व आस-पास 50 बाल विवाह और कई जगह भ्रूण हत्या रुकवाईं। 18 दिसंबर 2017 में उन्हें मुख्यमंत्री ने रानी लक्ष्मी बाई पुरुष्कार भी दिया।
महिलाएं घूंघट से निकाला बाहर

शकुंतला ने महिलाओं को परदा प्रथा पर भी प्रहार किया। वह बताती हैं कि ससुराल में पूरे दिन घूंघट रखने से वह कोई काम नहीं कर पातीं। महिलाएं घूंघट के बाहर निकली और उनसे जुड़ती चली गई। शकुंतला की उम्र 50 हो गई है। मगर उन्होंने हार नहीं मानी है। वह महिलाओं के अधिकारों के लिए जिला प्रशासन से लेकर कमिश्नर तक कार्यालय में धरने पर बैठ जाती हैं। वह बताती हैं कि आज उनके इस साहस भरे काम को देख तमाम महिलाएं उनसे जुड़ी है। शकुंतला की ईमारदारी अौ सहास को देख आज सभी सरकार उनकी तारीफ करती हैं।

Home / Lucknow / भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही इस महिला ने अपने अधिकारी पति को ही करवाया निलंबित, सभी सरकारें कर रही है वाहवाही

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो