अकेले उत्तर प्रदेश में बड़ी तादाद में लोग कैंसर से पीड़ित हैं, जिनमें से करीब 80 फीसदी मरीजों में कैंसर तीसरे और चौथे चरण में पहुंच चुका है। इसका कारण है कि लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता की कमी है। कैंसर को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष चार फरवरी को दुनिया भर में विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। इस बार कैंसर दिवस की थीम ‘मैं हूं और रहूंगा’ है, जो वर्ष 2019 से 2021 तक यानी तीन साल के लिए रखी गयी है। इस थीम का मतलब है कि कैंसर पीड़ित व्यक्ति अपनी इच्छाशक्ति के जरिये इस जानलेवा बीमारी से जीत सकता है।
क्या है कैंसर की बीमारी
ललितपुर के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी सी दोहरे का कहना है कि हमारा शरीर कोशिकाओं (सेल) से बना होता है। जब यह कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में इस कदर फैल जाती हैं कि शरीर के बाकी अंगों को भी प्रभावित करने लगती हैं। ये कोशिकायें जिन हिस्सों को प्रभावित करती हैं, वहां पर ट्यूमर या गांठ बन जाती है, जिसे कैंसर कहते हैं।
ललितपुर के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी सी दोहरे का कहना है कि हमारा शरीर कोशिकाओं (सेल) से बना होता है। जब यह कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में इस कदर फैल जाती हैं कि शरीर के बाकी अंगों को भी प्रभावित करने लगती हैं। ये कोशिकायें जिन हिस्सों को प्रभावित करती हैं, वहां पर ट्यूमर या गांठ बन जाती है, जिसे कैंसर कहते हैं।
कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है, लेकिन मुंह का कैंसर बहुत ही तेजी से बढ़ता है। भारत में तंबाकू, गुटखा, पान मसाला, नस्वार आदि से मुंह के कैंसर ने महामारी का रूप ले लिया है। मुंह के कैंसर की पहचान अंतिम चरण में होने के कारण मरीज की उम्र महीनों में ही रह जाती है। शुरुआत में इस बीमारी की पहचान कर इससे बचा जा सकता है। चिकित्सकों की सलाह है कि अगर मुंह में किसी भी प्रकार की दिक्कत है तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें।
ऐसे बचें कैंसर से
धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन न करें
अत्यधिक वज़न या मोटापे से बचें
अल्कोहल और फ़ास्ट फ़ूड से बचें
सुरक्षित यौन संबंध के तरीके अपनाएं
रोज़ कसरत करें और पोषाहार लें
नियमित हेल्थ चेकअप कराएं
अल्ट्रावायलेट किरणों से बचें
हेपेटाइटिस– बी और ह्यूमन पप्लिलोमा वायरस से प्रतिरक्षित रहें
धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन न करें
अत्यधिक वज़न या मोटापे से बचें
अल्कोहल और फ़ास्ट फ़ूड से बचें
सुरक्षित यौन संबंध के तरीके अपनाएं
रोज़ कसरत करें और पोषाहार लें
नियमित हेल्थ चेकअप कराएं
अल्ट्रावायलेट किरणों से बचें
हेपेटाइटिस– बी और ह्यूमन पप्लिलोमा वायरस से प्रतिरक्षित रहें