योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून सन 1972 उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। उनकी माता सावित्री देवी एक घरेलू महिला थीं और पिता आनंद सिंह बिष्ट एक फॉरेस्ट रेंजर थे। योगी अपने 7 भाई बहनों में पांचवें नंबर पर थे।
अजय सिंह बिष्ट की शुरुआती पढ़ाई उनके गांव में ही ठांगर के प्राइमरी स्कूल से हुई। उसके बाद अगली क्लास में पढ़ाई के लिए वो जनता इंटर कॉलेज चले गए ये चमकोटखाल में था और फिर इंटरमीडिएट की पढ़ाई उन्होंने ऋषिकेश से की थी। अजय सिंह बिष्ट शुरुआत से ही पढ़ने में काफी तेज तर्रार थे। इंटर के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन और फिर गणित से पोस्ट ग्रेजुएशन किया था।
अपनी पढ़ाई के दौरान ही वो संत महंत अवैद्यनाथ के संपर्क में आए, वो पंचुर के पास कांडी गांव के रहने वाले थे। संत अवैद्यनाथ महाराज गोरखपुर के गोरखनाथ मठ के महंत थे। अवैद्यनाथ को एक योग्य और कुशल उत्तराधिकारी की तलाश थी जो कि उन्हें अजय सिंह बिष्ट के रूप में मिल चुका था।
इधर अजय बिष्ट के परिवार को जब उनके संन्यास की खबर मिली तो माता-पिता उनसे मिलने के लिए गोरखपुर पहुंचे। गोरखनाथ मंदिर में जब माता-पिता की नजर बेटे पर पड़ी तो उन्हें योगी को रूप में देखकर उनके माता-पिता फूट-फूट कर रोए। माता-पिता ने अजय को घर वापस चलने के लिए कहा। तभी गुरु अवैद्य नाथ को उनके माता-पिता के बारे में पता चला उन्होंने कहा कि अगर अजय घर जाना चाहें तो जा सकते हैं। तब योगी आदित्यनाथ ने मना कर दिया था। तब अवैद्यनाथ जी ने कहा था संन्यास की एक परंपरा है कि परिवार से भिक्षा लिए बिना तपस्या अधूरी मानी जाती है। इसके कुछ दिन बाद योगी अपने प्राचार्य दिग्विजयनाथ के साथ अपने गांव गए और माता-पिता से भिक्षा लेकर वापस आए।