तड़के 3 बजे पड़ोसी अस्पताल लेकर पहुंचे। तड़के महिला सीमा त्रिवेदी निवासी मनासा (नीमच) की मौत हो गई, बच्चे अस्पताल में हैं और उनकी हालत खतरे से बाहर है। एसआइ दिनेश बरखेड़े के अनुसार सुसाइड नोट में मर्जी से कदम उठा रही हूं, कोई जिम्मेदार नहीं, लिखा है।
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मां ने बताया- प्रसाद है
उज्जैन में हुए इस हादसे में मजिस्ट्रेट के सामने बच्चों अक्षत (13) और बेटी माही (10) ने बयान में बताया कि मां और पिता में कभी विवाद नहीं हुआ। खाने के बाद मां ने पाउडर हाथ में दिया और कहा यह प्रसाद है खा लो। पिता कमल दिलीप बिल्डकॉन में सुपरवाइजर हैं।
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- रविवार रात को हुए इस दर्दनाक हादसे से पहले भी शहर में बोहरा समाज के दो बच्चों ने आत्महत्या की थी वहीं इसी क्षेत्र में एक पिता ने पूरे परिवार के साथ फांसी का फंदा लगाकर खुद के साथ अपनों की भी जान ले ली थी।
- 29 मार्च को जीवाजीगंज के सैफी मोहल्ला में 21 साल के ताहेर और उसकी बहन ने आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में लिखा था कि कुवैत में रह रहे पिता पालन पोषण नहीं करते। भाई बहनों के आत्मघाती कदम उठाने में सहयोग करने वाली उनकी मां फातिमा ही निकली थी, वह भी पति के कुवैत से आने के बाद आत्महत्या करने वाली थी और बच्चों के कहे अनुसार उसने दोनों का खून भी पति को दिखाने के लिए फ्रिज से बरामद किया था।
- इसी तरह सितंबर 2023 भी जीवाजीगंज की ही जानकी नगर कॉलोनी में रहने वाले खिलौना व्यापारी मनोज राठौर ने लिव इन में रह रही ममता शिंदे और खुद के 14 साल के बेटे लक्की व 11 साल की बेटी लक्ष्या की गला घोंट हत्या और उसके बाद खुद ने भी फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली थी।