दरअसल, घटना बागबाहरा वन परिक्षेत्र के ग्राम भोथा की है, जहां देर रात जंगल से भूख मिटाने के लिए तीन-चार भालुओं का एक झुंड गांव के सरहदी इलाके में पहुंच गया। जहां भालू अंधेरे में बिना मुंडेर के कुएं में गिर गया। माना जा रहा है कि भालू बेर की तलाश में रहे होंगे। इसी दौरान करीब 7-8 साल का एक भालू लालसिंग ठाकुर की बाड़ी के कुएं में गिर गया।
ग्रामीणों को कुएं में भालू के गिरने की जानकारी तब हुई जब भालू की चिल्लाने की आवाज आई। दरअसल, गांव में रहने वाले लालसिंग ठाकुर को सुबह बाड़ी से अजीब-सी आवाजें आ रही थीं। आवाज सुनकर लालसिंग और उनका पूरा परिवार काफी डर गया। लालसिंग समझ नहीं पा रहे थे कि बाड़ी से ये कैसी आवाज आ रही। आवाज अजीब होने की वजह लालसिंग बाड़ी में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे।
इसपर लालसिंग ने आसपास के लोगों को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद लालसिंह की बाड़ी में बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। लोगों ने हिम्मत जुटा जाकर देखा कि अजीब सी आवाज कुएं से आ रही थी। कुछ लोगों ने जब कुएं में झांक कर देखा तो उसमें एक भालू गिरा हुआ दिखा, जिसे देख लोग डर गए।
इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने भालू को सकुशल निकालने के लिए कुएं में लंबी सीढ़ी लगाकर छोड़ दिया और वहां मौजूद भीड़ को हटा दिया। शाम करीब ६ बजे शांत माहौल पाकर भालू सीढ़ी के सहारे कुएं से निकला और जंगल की ओर भाग गया।