महोबा जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र के जुमा बाजार के पास बीती रात गोलीकांड होने की सूचना पर पुलिस में हकड़कम्प मच गया था। घायल ज्ञान सिंह ने अपने ही गांव भटेवर निवासी और दो अन्य नामजद पर आरोप लगाया था। इस मामले में जब आज एसपी ने खुलासा किया तो कहानी दुश्मनी और साजिश के आलावा अवैध खनन से जुड़ी निकली। एसपी एन० कोलांचि ने खुलासा करते हुए बताया कि भटेवर गांव में रहने वाले हलकुट्टा किसान के खेत में बालू का अवैध खनन चल रहा है। इसी खेत से बालू निकालने को लेकर योगी सेना के बुंदेलखंड प्रभारी आशीष महाराज और उसके भाई मनीष का विवाद है।
हलकुट्टा अपने दो साथियों मामू और आशु भदौरिया के साथ खेत से बालू निकालने का काम करता था। जहाँ मनीष और उसका भाई आशीष जबरन बालू खनन करने का दबाब बना रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद चला आ रहा था। पूर्व में हलकुट्टा द्वारा इनके ऊपर मुकदमा भी लिखाया जा चुका है।
इसी बात से खुन्नस खाकर मनीष ने अपने भाई आशीष के साथ साजिश रच कर अपने ही एक मित्र ज्ञान सिंह को एक लाख रुपये का लालच देकर उसके पैर पर तमंचे से गोली मार कर घायल कर दिया और साजिश को अंजाम दे डाला। इस मामले में घायल ने भी एसपी को तीन नामजदों के नाम बताये थे। मगर एसपी एन० कोलांचि की सक्रियता से आखिरकार पुलिस ने इस अनसुलझे गोलीकांड का खुलासा कर दिया और साजिश करने वाले दोनों सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
एसपी ने बताया कि पुलिस किसी भी बेकसूर को जेल नहीं भेजेगी। इसी मंशा से पुलिस टीम ने काम किया और असली मुल्जिम पकड़े गए हैं। इस मामले में घायल युवक भी आरोपी है। उपचार के बाद उसे भी जेल भेजा जाएगा। एसपी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी आशीष महाराज के ऊपर दर्जनों मुक़दमे दर्ज हैं। वहीँ उसका भाई भी पुराना अपराधी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो तमंचे और 6 कारतूस बरामद किये हैं।