नौतनवां विकास खण्ड के बहुचर्चित महाव नाले पर शासन द्वारा इस वर्ष सिल्ट सफाई व तटबंध मरम्मत के लिए सिचाई विभाग द्वारा 1.89 करोड़ स्वीकृत किए ग्ए थे। जिसमें झिंगटी से लेकर सगरहवां तक पंद्रह किलोमीटर लम्बाई में सिल्ट से पटे नाले को साफ किया जाना था। बीते एक माह से हो रहे कार्य में अनियमितता बरत रहे ठेकेदार पर ग्रामीणों ने जम कर खरी खोटी सुनाई थी। कार्य में गुणवता न लाने पर किसानों ने खैरहवां दूबे गांव के सामने विभाग के खिलाफ जमकर नारे बाजी व प्रदर्शन किया था।
जिलाधिकारी के संज्ञान में मामला आने पर उन्होंने औचक निरीक्षण कर जांच के आदेश दिए थे। बावजूद इसके ठेकेदार ने जिलाधिकारी के आदेश को दरकिनार करते हुए आनन-फानन में कार्य पुर्ण करा दिया। जिसमें करीब चार किलोमीटर के दायरे में हरखपुरा गांव के सामने से लेकर अमहवा गांव के सामने तक बिना कोई कार्य कराए ही विभाग से पुर्ण भुगतान करा लिया। इस कार्य में ठेकेदार अधिकारीयों की मिलीभगत से लाखों रुपए का गोल माल कर स्वीकृत धन डकार लिया गया।
बता दें कि, पिछले वर्ष भी महाव में सिल्ट सफाई व मरम्मत के लिए 80 लाख रुप्ए स्वीकृत किए ग्ए थे।बीते वर्ष भी कार्य पुरा न होने से नाला का तटबंध 12 स्थानों पर तोड़ते हुए तबाही मचाई थी।
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि, महाव के नाम पर अधिकारीयों व ठेकेदार में लूट मची है। प्रत्येक वर्ष इसके नाम पर लाखों रुपए का बन्दर बाट कर लिया जा रहा है।यदि मानसून पुर्व सिल्ट सफाई का कार्य पूरा नहीं करा लिया गया तो क्षेत्रिय किसान आन्दोलन करने को बाध्य होंगे।
सिचाई खण्ड दो के अधिसासी अभियंता धर्मेन्दर कुमार का कहना है कि, शीघ्र ही अधूरा कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा। by यशोदा श्रीवास्तव