जेल अधीक्षक प्रभात सिंह ने बताया कि जेल प्रशासन का उद्देश्य जेल में बंदियों को बेहतर वातावरण प्रदान करना और सभी सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण करना है और इसके लिए जेल में लगातार नवाचार किया जाता है। इसी कड़ी में आईएसओ प्रमाणन के लिए जिला कारागार में कुल 17 बिंदुओं जैसे– स्वछ जेल परिसर , कानून का अनुपालन, जेल परिसर में कैदियों के नियम, कर्तव्य, अधिकार, साफ स्वच्छ आधुनिक रसोई घर, पर्यावरण संरक्षण , पेड़–पौधे और फल–फूलों का संरक्षण, बागीचा, औषधीय पौधों का रोपण, जल संचयन, सोलर एनर्जी का उपयोग, जलनिस्तारन का प्रबंधन और ऑफिस मैनेजमेंट को विश्वस्तरीय बनाने का कार्य किया गया। इसके लिए उन्होंने जिला जज, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सहित सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
उन्होंने बताया कि जिला जेल 2011 से संचालित है। वर्तमान में जेल में बंदियों की कुल संख्या 656 रही, जिसमें 10 विदेशी हैं। जेल में अधीक्षक के अतिरिक्त एक जेलर, तीन डिप्टी जेलर, 48 वार्डर-कांस्टेबल, 17 हेड वार्डर-हेड कांस्टेबल, दो फार्मासिस्ट, एक डॉक्टर हैं। बंदी महिलाओं की देखभाल करने के लिए दो महिला हेड वार्डन और पांच महिला वार्डन हैं।
आईएसओ सर्टिफिकेशन के लिए कारागार प्रशासन 9 मार्च 2024 को आवेदन किया गया था। फोटॉन मैनेजमेंट सर्विसेज के लीड ऑडिटर विनय शर्मा सहित तीन सदस्यीय टीम ने जेल परिसर का अवलोकन किया। इसके बाद जिला कारागार को क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम (क्यूएमएस) और इन्वायरमेंट मैनेजमेंट सिस्टम (इएमएस) श्रेणी में सभी मापदंड पर खरा उतरने पर यह प्रमाण–पत्र प्रदान किया।