पुलिस की घेराबंदी से भयभीत आरोपी पहुंचा कोर्ट
मंडला•Dec 06, 2019 / 07:44 pm•
Sawan Singh Thakur
आनंदम फर्जीवाड़ा भर्ती के मुख्य सरगना ने किया सरेंडर
मंडला। पुलिस अधीक्षक आरआरएस परिहार के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम कुशवाह व अनुविभागीय अधिकारी मंडला एव्ही सिंह के मार्गदर्शन में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई। टीम का नेतृत्व करते हुए थाना प्रभारी कोतवाली नीलेश दोहरे को सफलता मिली जब वर्ष 2018 के चर्चित केस आनंदम फर्जीवाड़ा भर्ती के मुख्य आरोपी रविंद्र पटेल उर्फ विक्की पिता कन्छेदीलाल पटेल ने पुलिस के भय से अपने आप को न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उक्त प्रकरण वर्ष 2017-18 का है जिसमे आरोपी रविंद्र पटेल अपने साथियों संजय सिंगोर, राजेंद्र धुर्वे, संतोष परस्ते एवं एडवोकेट राजेश पटेल के साथ मिलकर आनंदम दिव्यांग मोबाईल वैन सेवा क्लब मंडला का गठन किया और बड़ी चालाकी से पेपर मे विज्ञापन जारी कर फर्जी नियुक्ति सरकारी नौकरी मे करना शुरू किया और सरकारी नौकरी का झांसा देकर मंडला शहर एवं आसपास के नवयुवकों और युवतियों से भारी भरकम राशि लिया कुछ लडक़ो लड़कियो को फर्जी तरीके से कार्यालय संचालित कर नौकरी पर रखा और मप्र शासन के राज्य चिन्ह का फर्जी तरीके से उपयोग किया। उच्च अधिकारियों भारतीय प्राशासनिक सेवा रैंक मे अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर नियुक्ति आदेश बांटे। इस तरह सैकड़ों की संख्या मे लोग इस फर्जीवाड़ा के शिकार हुए जब भंडाफोड़ हुआ और तत्कालीन एसडीएम रीता डेहरिया ने जांच कर आरोपी के विरूद्ध अपराध कायम किया। तभी से आरोपी फरार हो गया।
संपत्ति कुर्क करने की तैयारी
थाना कोतवाली के विवेचनाकर्ता अधिकारी संजय जयसवाल द्वारा आरोपी रविंद्र पटेल को भगोड़ा घोषित कर संपत्ति कुर्की करने की तैयारी कर ली। आरोपी के विरूद्ध पुलिस ने 82 जाफ्ता फौजदारी के तहत उद्योषण जारी करवाकर पेपर मे इस्तहार जारी करवाया कि यदि आरोपी न्यायालय मे या पुलिस के समक्ष हाजिर नही होगा तो उसकी चल अचल सम्पति कुर्क कर ली जाएगी। थाना प्रभारी कोतवाली नीलेश दोहरे के नेतृत्व मे उनि संजय जयसवाल व उनकी टीम के सदस्यों विक्रांत झांझोट आरक्षक संतराम, बिन्दु सोयाम ने शिकंजा कसा और आरोपी ने स्वयं को 3 दिसंबर 2019 को न्यायालय मे सरेंडर कर दिया। पुलिस रिमांड लेकर आरोपी से पूछताछ कर रही है।