सहस्त्रधारा में हुआ दो दिवसीय कार्यक्रम
मंडला•Oct 14, 2019 / 07:37 pm•
Sawan Singh Thakur
चंन्द्रमा की रोशनी में भरतनाट्यम और गजलों ने बांधा समां
मंडला। जिला पुरातत्व एवं पर्यटन संवर्धन परिषद तथा रजा फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में सहस्त्रधारा में 2 दिवसीय शरद महोत्सव का शानदार आगाज हुआ। आयोजन के दूसरे और अंतिम दिन स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ भरतनाट्यम एवं गजलों की प्रस्तुति ने शानदार समां बांधा। इस अवसर पर विधायक बिछिया नारायण पट्टा, कलेक्टर डॉ जगदीश चन्द्र जटिया, पुलिस अधीक्षक आरआरएस परिहार, जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरसी वाष्र्णेय, जिला पंचायत सीईओ तन्वी हुड्डा, जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में जनता उपस्थित रही। केन्द्रीय विद्यालय की कक्षा सातवी की छात्रा अवनि वर्मा और कत्थक नृत्यांगना अदिती हरदहा ने शरद महोत्सव का बेहतरीन आगाज किया। अवनि ने राग असावरी के अंतर्गत ’अरे मन समझ-समझ पग धरियो’ की प्रस्तुति से कार्यक्रम का प्रारंभ किया। मतदाता जागरूकता के लिए अवनी अनेक मंचो से सम्मानित हो चुकी है। इसी प्रकार अदिती हरदहा ने कत्थक नृत्य की प्रस्तुति से उपस्थित दर्शकों का मन मोहा।
प्रख्यात नृत्यांगना आरोही मुंशी ने नर्मदा स्तुति ‘त्वदीय पाद पंकजम् नमामि देवी नर्मदे’ से शरद महोत्सव की संध्या को मनोरम बनाया। आरोही ने नर्मदा की उपासना के साथ-साथ नर्मदा के पौराणिक मान्यता आधारित प्रसंगो पर आकर्षक प्रस्तुति दी। इसके पश्चात आरोही ने 12वी सदी में महाकवि जयदेव द्वारा रचित गीत गोविन्द के पदों पर आधारित भाव प्रधान नृत्य प्रस्तुत किया। राधाकृष्ण पर आधारित प्रस्तुति को उपस्थित दर्शकों की खूब सराहना मिली। अंतिम प्रस्तुति के रूप में आरोही ने स्वामी दयानंद द्वारा रचित शिव आराधना कीर्तनम् पर नृत्य किया। इसमें शिव की शक्तियों का वर्णन अभिनीत रहा।
गजलों की महफिल चली देर रात तक
भरतनाट्यम् शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति के बाद शरद महोत्सव में गजलों का दौर प्रारंभ हुआ। गजलों की महफिल में नितिन एवं प्रदीप अग्रवाल बंधुओं ने शानदार प्रस्तुति दी। अग्रवाल बंधुओं ने मशहूर गजलों का गायन किया। साथ ही विशिष्ट अतिथियों की फरमाईश पर गजलें भी सुनाई। शरद महोत्सव में शामिल हुए जनमानस ने देर रात तक गजलों को अपनी तालियों का भरपूर समर्थन दिया। महोत्सव के पहले दिन और दूसरे दिन जनता की सक्रिय भागीदारी से 2 दिवसीय शरद महोत्सव का समापन हुआ। कलेक्टर डॉ जगदीश चंद्र जटिया ने सहस्त्रधारा के पचपठा मंदिर परिसर में आयोजित इस महोत्सव में दर्शकों की गरिमामय उपस्थिति के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने शरद महोत्सव के संपूर्ण आयोजन में सहभागी सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी बधाई दी। मंच संचालन अखिलेश उपाध्याय ने किया।
रानी अवंती बाई स्कूल में छात्राओं ने सीखा शास्त्रीय नृत्य
भरतनाट्यम् एवं कुचीपुड़ी शासकीय नृत्य की प्रस्तुति पॉलीटेक्निक कॉलेज एवं रानी अवंती बाई स्कूल में भी दी गई। स्कूली छात्राओं ने शास्त्रीय नृत्य के बारे में जानते हुए नृत्य को सीखने में रूचि भी दिखाई। दोनों ही नृत्यांगनाओं ने छात्राओं के उत्साह को देखते हुए उन्हें नृत्य की बारीकियों की जानकारी दी।