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मंडला

एक साथ 25 कड़कनाथ चूजे की मौत, दहशत

मौके पर पहुंची पशुचिकित्सा विभाग की टीम

मंडलाJan 16, 2021 / 10:02 am

Mangal Singh Thakur

एक साथ 25 कड़कनाथ चूजे की मौत, दहशत

एक साथ 25 कड़कनाथ चूजे की मौत, दहशत

मंडला. जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर रसैयादोना ्रग्राम पंचायत स्थित पोल्ट्री फार्म हाउस में एक ही दिन में 25 कड़कनाथ चूजों की मौत हो गई। इससे न केवल संचालक चिंतित हो गया, बल्कि क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया क्योंकि जिले में बर्ड फ्लू एलर्ट घोषित है। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में चूजों की मौत ने पशु चिकित्सा अधिकारियों को भी परेशानी में डाल दिया।
पोल्ट्री फार्म अखिल पटेल ने सुबह जब अपने हाउस में देखा तो चूजे मरे हुए थे। इसकी जानकारी उन्होंने कृषि वैज्ञानिम व पशुचिकित्सकों को दी। पशुचिकित्सक भी बिना देर किए पोल्ट्री फार्म पहुंचे और जानकारी ली। अधिकारियों के अनुसार, जांच में पाया कि चूजों की मौत का कारण अत्यधिक ठंड रही। पिछले तीन दिनो से जिले में अचानक ठंड भी बढ़ गई है।

वैज्ञानिकों ने भी लिया संज्ञान में
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ विशाल मेश्राम ने भी मामले को संज्ञान में लिया और जांच पड़ताल के बाद जानकारी दी कि पोल्ट्री फॉर्म में लगभग एक माह पूर्व 80 कड़क नाथ के चूजे पाले गए थे जो कि 200 से 300 ग्राम के हो गए हैं। पिछली रात को अचानक पड़ी ठंड के कारण चूजों की मौत हुई है। मेश्राम ने बताया कि ठंड से बचने के लिए स्वाभाविक रूप से चूजेे एक कोने में एकत्रित होकर एक दूसरे के ऊपर चढऩे लगते हैं। जिससे कमजोर चूजेे दब जाते हैं और उनकी मौत हो जाती है। यही कारण पोल्ट्री फार्म में भी देखने को मिला है। मेश्राम ने बताया कि संचालक अखिल पटेल से बात करके उपाय बताए गए हैं। फिलहाल 200-200 वाट के बल्ब लगाने व हीटर की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। ठंड में चूजे का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है।

नहीं मिले बर्ड फ्लू के लक्षण
इस संबध में पशुचिकित्सा सेवाएं उपसंचालक एमएल मेहरा का कहना है कि सूचना मिलते ही टीम भेज दी गई थी। जांच में ठंड से मरने की जानकारी लगी है। पोल्ट्री फार्म में अन्य चूजे भी हैं जिनमें बर्ड फ्लू के कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं। बाकी चूजे स्वस्थ हैं। किसी प्रकार की चिंता करने की बात नहीं है। मुर्गी पालकों से अपील की गई है कि ठंड के समय विशेष ध्यान दें। जहां चूजे हैं उस स्थान को चारों तरफ से पैक करके रखें व अंदर भी पर्याप्त गर्मी की व्यवस्था बनाई जाए।

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