वनाधिकार कानून, पेसा एक्ट का नियम, जनजाति सलाहकार परिषद् का सभी राज्यों में गठन
मंडला•Aug 08, 2019 / 05:36 pm•
Sawan Singh Thakur
चुटका परियोजना विस्थापन के संबंध में राज्यपाल से मुलाकात
मंडला। राष्ट्रीय आदिवासी जनप्रतिनिधि सम्मान-संवाद कार्यक्रम का आयोजन 6 अगस्त को दिल्ली में किया गया था। उक्त कार्यक्रम में शामिल विधायक एवं सामाजिक जनप्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की। इस दौरान विधायक डाक्टर अशोक मर्सकोले एवं डाक्टर हीरा लाल अलावा ने पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में शांति और सुशासन के लिए राज्यपाल को दिए गए असीम शक्तियां एवं भूमिका को रखा। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में आदिवासी मंत्रणा परिषद का गठन, वन अधिकार कानून के क्रियान्वयन एवं बेदखली का संकट, पेसा कानून तथा आदिवासी क्षेत्रों में विकास सबंधि मुद्दों पर चर्चा की। डाक्टर अशोक मर्सकोले ने सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों की ओर से बरगी बांध के क्षेत्र में प्रस्तावित चुटका परमाणु परियोजना पर पुनर्विचार के लिए विस्तृत ज्ञापन राज्यपाल को दिया तथा कहा कि बिजली उत्पादन के अन्य वैकल्पिक स्रोत उपलब्ध हैं तो आदिवासी क्षेत्रों में इस तरह की घातक परियोजना को स्थापित करने से पहले ज्ञापन में उठाए गए सभी बिन्दुओं को ध्यान से देखा जाना चाहिए। राज्यपाल ने आश्वस्त किया कि 9 अगस्त को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से होने वाली बैठक में इन सभी विषयों पर चर्चा की जाएगी। बताया गया है कि उक्त बैठक में विधायक भूपेन्द्र मरावी शहपुरा डिंडोरी, विधायक योगेन्द्र बाबा लखनादौन सिवनी, विधायक अमर सिंह चितरंगी सिंगरौली, विधायक चन्द्रभाग किराड पानसेमल बडवानी, लक्ष्मण चौहान अधयक्ष नगर पालिका परिषद बडवानी, गुलजार सिंह मरकाम, कमल किशोर आर्मो, संजय यादव एवं राज कुमार सिन्हा शामिल रहे। इसके पहले एक प्रतिनिधि मंडल केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते एवं राज्य सभा सासंद सम्पत्तिया उइके से उनके दिल्ली निवास पर मिलकर चुटका परमाणु परियोजना पर पुनर्विचार के लिए विस्तृत ज्ञापन दिया।