4 हजार टैंकर के रूक जाएंगे पहिए
जानकारी के अनुसार, एसोसिएशन के अंतर्गत 5 हजार 500 बल्क एलपीजी टैंकर उपलब्ध हैं। यदि ऑयल कार्पोरेशन एसोसिएशन की मांगों को नहीं मानेगा तो एक जुलाई से एसोसिएशन के 4 हजार 800 टैंकर के पहिए रोक दिए जाएंगे। जानकारों के अनुसार, जाहिर है कि इतनी बड़ी संख्या में टैंकर संचालकों के हड़ताल पर जाने से एलपीजी की आपूर्ति पर जबर्दस्त प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और इसकी प्रतिपूर्ति के लिए ऑयल कार्पोरेशन द्वारा देश के अन्य हिस्सों से बल्क एलपीजी टैंकर यानि कैप्सूल टैंकर बुलवाए जाएंगे। जिले के मनेरी स्थित एलपीजी बॉटलिंग प्लांट को आने वाले कैप्सूल टैंकरों में से कुछ टैंकर को बुलवाए जाने की आशंका है। जिला मुख्यालय स्थित मंडला गैस एजेंसी संचालक का कहना है कि इसका सीधा असर जिले की एलपीजी गैस सिलेंडर आपूर्ति पर पड़ेगा और ईंधन की सप्लाई निश्चित रूप से प्रभावित होगी।
सिलेंडरों की आपूर्ति प्रभावित होने की पूरी आशंका है
जिले के गैस एजेंसी संचालकों का कहना है कि उपभोक्ताओं की सर्वाधिक डिमांड महीने की एक से 10 तारीख के बीच में ही आती है। उसी दौरान हड़ताल की घोषणा की गई है। ऐसे में सिलेंडरों की आपूर्ति प्रभावित होने की पूरी आशंका है। यदि यही हड़ताल 15 तारीख के बाद होती तो सिलेंडरों की आपूर्ति पर विशेष प्रभाव नहीं पड़ता। 1-10 तारीख के बीच सिर्फ जिले में ही नहीं, सभी स्थानों पर सिलेंडरों की सर्वाधिक मांग होती है।
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अभी से स्टॉक करने का प्रयास किया जा रहा है
अनिश्चितकालीन हड़ताल एक सप्ताह तक होने की आशंका भी जताई जा रही है। ऐसे में जिले तक हड़ताल की आंच पहुंचना स्वाभाविक है। मंडला गैस एजेंसी के संचालक मधुर अग्रवाल ने कहा कि हड़ताल के दौरान आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए अभी से स्टॉक करने का प्रयास किया जा रहा है। एलपीजी उपभोक्ताओं से अपील है कि वे भी 1 तारीख से पहले री-फिलिंग करा लें ताकि ऐन वक्त पर होने वाली परेशानियों से बच सकें। हड़ताल के दौरान आपूर्ति बाधित होने पर सहयोग की अपील भी है।
जिले में लगभग 1.85 लाख एलपीजी कनेक्शनधारी हैं
जिले भर में फिलहाल लगभग 1.85 लाख एलपीजी कनेक्शनधारी हैं। इनमें से 1.35 लाख कनेक्शन उज्जवलाधारकों के कनेक्शन हैं। शेष 50 हजार कनेक्शन अन्य उपभोक्ताओं के हैं। मनेरी स्थित एलपीजी बॉटलिंग प्लांट में लगभग 150 कैप्सूल टैंकर के माध्यम से एलपीजी की आपूर्ति की जाती है। इन कैप्सूल से एलपीजी गैस प्लांट में स्टोर की जाती है और फिर उनमें सिलेंडरों में भरकर जिले भर के गैस एजेंसियों को भेजा जाता है। आशंका जताई जा रही है कि हड़ताल के दौरान मनेरी स्थित प्लांट को आने वाले कैप्सूल टैंकर में से कुछ को हड़ताल प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जा सकता है। इसका सीधा असर सिलेंडरों की री-फिलिंग और उनकी आपूर्ति पर पड़ेगा। इससे एलपीजी सिलेंडरों की आपूर्ति बाधित होगी।