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साढ़े महीने में सबसे बड़ी गिरावट के साथ बंद
आज शेयर बाजार फिस्कल ईयर की दूसरी या यूं कहें कि साढ़े सात महीने की सबसे बड़ी गिराावट के साथ बंद हुआ। बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1406.73 अंकों की गिरावट के साथ 45,553.96 अंकों पर बंद हुआ। जबकि पिछले सप्ताह सेंसेक्स 47 अंकों को छू गया था। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 432.15 अंकों की गिरावट के साथ 13328.40 अंकों पर बंद हुआ। विदेशी निवेशकों की ओर से जमकर बिकवाली देखने को मिली और सीएनएक्स मिडकैप 1000 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। बीएसई स्मॉलकैप 812.11 और बीएसई मिडकैप 736.20 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ है।
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किस सेक्टर में कितनी गिरावट
सेक्टर | गिरावट ( अंकों में ) |
बीएसई ऑटो | 961.93 |
बैंक एक्सचेंज | 1354.79 |
बैंक निफ्टी | 1258.20 |
कैपिटल गुड्स | 657.80 |
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स | 1078.58 |
बीएसई एफएमसीजी | 362.13 |
बीएसई हेल्थकेयर | 787.85 |
बीएसई आईटी | 392.84 |
बीएसई मेटल | 688.00 |
तेल और गैस | 862.11 |
बीएसई पीएसयू | 379.71 |
बीएसई टेक | 210.08 |
अप्रैल से अब तक 1000 से ज्यादा अंकों गिरावट
मौजूदा वित्त वर्ष में शेयर बाजार में आज दूसरी सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। सबसे बड़ी गिरावट 4 मई को देखने को मिली थी। जब सेंसेक्स 15 अक्टूबर को 1065.76 अंकों की गिरावट 2002.27 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था। उससे पहले एक अप्रैल को भी 1200 अंकों की गिरावट के साथ बाजार बंद हुआ था। 24 सितंबर को 1114.82 अंकों की गिरावट देखने को मिली थी। जबकि 21 अप्रैल को सेंसेक्स 1011.29 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
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एनएसई में सबसे ज्यादा नुकसान वाले शेयर्स
कंपनी | शेयर की कीमत | नुकसान ( फीसदी में ) |
ओएनजीसी | 89.85 | -9.24 |
टाटा मोटर्स | 164.55 | -8.86 |
गेल इंडिया | 114.70 | -8.28 |
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन | 87.10 | -7.29 |
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज | 232.30 | -7.04 |
बाजार निवेशकों को 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
इस बड़ी गिरावट की वजह से आज बाजार निवेशकों को 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। वास्तव में बाजार निवेशकों का फायदा और नुकसान बीएसई के मार्केट कैप से जुड़ा हुआ होता है। आज जब बाजार बंद हुआ तो बीएसई का मार्केट कैप 1,78,49,173.25 करोड़ रुपए पर था। जबकि पिछले सप्ताह आखिरी कारोबारी दिन में बीएसई का मार्केट कैप 1,85,38,636.70 करोड़ रुपए पर था। अगर दोनों दिनों के मार्केट कैप के अंतर को देखें तो बाजार को करीब 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान है।