अब मथुरा में कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर संकट खड़ा हो गया है। दूसरे चरण में चुनाव के नामांकन का 4 अप्रैल को आखिरी दिन है, जबकि अभी कांग्रेस को प्रत्याशी तय करना होगा। बॉक्सर विजेंदर सिंह हरियाणा से ताल्लुक रखते हैं और जाट समुदाय का बड़ा चेहरा हैं। ऐसे में हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी उनके जरिए जाट समाज को साध सकती है। विजेंदर सिंह ने 2019 का लोकसभा चुनाव दक्षिणी दिल्ली सीट से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था, लेकिन वे हार गए थे। इस बार कांग्रेस मथुरा से उन्हें टिकट देना चाह रही थी, लेकिन ऐन वक्त पर समीकरण बदल गए और विजेंदर सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया।
बता दें कि इंडिया गठबंधन में मथुरा लोकसभा सीट कांग्रेस के पास है। यहां से लोकसभा चुनाव 2014 में हेमामालिनी ने जयंत चौधरी को करीब तीन लाख वोटों से हराया था। वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने रालोद के ही कुंवर नरेंद्र सिंह को रिकॉर्ड वोटों से हराया था। वह भी तब जब मथुरा को रालोद का ही गढ़ माना जाता रहा है।