दरअसल, यह हंगामा नगर निगम की बैठक में हुआ। एक तरफ़ नगर निगम के आयुक्त आईएएस अनुनय झा हैं तो दूसरी तरफ भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर नगर निगम के मेयर पद पर काबिज हुए मेयर डॉ. मुकेश आर्य बंधु हैं। मामला बोर्ड बैठक के बीच का है। जब किसी बात को लेकर दोनों के बीच तकरार हो गई। तकरार के बीच मेयर साहब ने सत्ता के नशे में चूर होकर अधिकारियों को उनकी औकात दिखाने की धमकी दे डाली तो मामला बिगड़ गया। दोनों एक-दूसरे की कमियों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप करने लगे। नगर आयुक्त ने कहा कि औकात की बात मत कीजिये औकात तो यहां तक है कि वह यहां से चले जाएंगे। बोर्ड बैठक के बीच हुई रार और तकरार के बाद आयुक्त ने मेयर को आईना दिखा दिया और मेयर को अपने शब्द वापस लेने पड़े।
यह भी पढ़ें-
आखिर अखिलेश को क्यों आया गुस्सा की तोड़ दिए फूलों की माला, भाजपा नेता ने किया खुलासा नगर निगम की बैठक में यह पहला मामला नहीं है। जब नगर निगम की बोर्ड बैठक में इस तरह का हंगामा हुआ हो। इससे पहले भी इन्हीं मेयर के कार्यकाल में नगर निगम की बोर्ड में भाजपा की एक महिला सभासद ने चप्पल कांड को अंजाम दिया था। बाद में उस महिला सभासद को आईएएस पर चप्पल मारने के आरोप में जेल तक जाना पड़ा था और भाजपा की काफी किरकिरी हुई थी।