भागवान् श्री चैतन्य महाप्रभु की दिव्य चरण पादुका के दर्शन के लिए चंद्रोदय मंदिर प्रांगण में प्रातः काल से ही भक्तों का तांता लगा रहा। इस पादुकोत्सव के लिए देश के विभिन्न राज्यों एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए भक्तों ने चरण पादुका के अष्टयाम सेवा के दर्शन किये। इस अवसर पर भक्त लोचन दास ठाकुर जी द्वारा लिखित गीत परमकर्ण एवं सर्वभूमा भट्टाचार्य द्वारा लिखित श्री पवित्रसुताष्टकम् का गायन किया गया। इसके बाद चैतन्य महाप्रभु के 108 नामों का उच्चारण करते हुए पुष्प अर्चन एवं स्वर्ण अर्चन सेवा को सम्पन्न किया गया।
चंद्रोदय मंदिर द्वारा आयोजित इस स्वर्ण रथ यात्रा का शुभारंभ गीता मनीषी श्री ज्ञानानंद जी महाराज एवं बृज तीर्थ विकास परिषद् के उपाध्यक्ष श्री शैलजाकांत मिश्रा जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर राधा प्रसाद धाम के महंत श्री मोहिनी बिहारी शरण जी महाराज ने चैतन्य महाप्रभु की पादुका पर पुष्प एवं माला अर्पित कर महाप्रभु का शुभाशीष प्राप्त किया। इस मौक पर संस्था के प्रमुख श्री मधु पडित दास, चंचलापति दास, श्री स्तोका कृष्ण दास, श्री सुव्यकता नृसिम्हा दास, युधिष्ठिर कृष्ण दास, भरतर्षभा दास सहित अन्य भक्तगण उपस्थित रहे।