ये है मामला बता दें कि मध्य प्रदेश के बीना जिले के शर्मा कॉलोनी निवासी पिंटू पुत्र पप्पू विश्वकर्मा उम्र करीब 20 वर्ष गुरु पूर्णिमा पर मथुरा घूमने के लिए आए और आज बलदेव अपने साथियों के साथ पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद इन लोगों ने मंदिर के दर्शन किए और बलदेव के छीर सागर में नहाने के लिए उतरे। कुंड में उतर जाने के बाद पिंटू का पैर फिसल गया और पानी गहरा होने के कारण वह डूब गया। पिंटू को डूबता हुआ देख आसपास के लोग एकत्रित हो गए और उसे बचाने के लिए स्थानीय लोग कुंड में कूद गए और कड़ी मशक्कत के बाद कुंड में डूबे हुए युवक को बाहर निकाला। कुंड में डूबने के कारण युवक की दर्दनाक मौत हो गई वहीं घटना की जानकारी जब मृतक के परिजनों को हुई तो मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गोताखोर होते तो बचाया जा सकता था स्थानीय निवासी बालकृष्ण ने बताया एक बार नहाने के बाद दूसरी बार यह जब कुंड में उतरा तो हाथ छूट गया और डूब गया। कोई व्यवस्था यहां है नहीं प्रशासन की तरफ से, गोताखोर भी नहीं है। अगर समय रहते गोताखोर यहां आ जाते और इसको बचा लिया जाता।