कथावाचक नागेंद्र गौड़ मूलरूप से छाता तहसील के गांव तरौली के रहने वाले हैं। ब्रज के प्रमुख संत गुरु शरणानंद महाराज से नजदीकी के चलते नागेंद्र महाराज ने अपनी नजदीकियां योगी सरकार, आरएसएस के प्रमुख पदाधिकारियों, योग गुरु स्वामी रामदेव, फिल्म स्टार समेत अन्य प्रमुख हस्तियों से बढ़ाईं। यही कारण है कि गत वर्ष गुरु शरणानंद के आश्रम में आए संघ प्रमुख मोहन भागवत, मुख्यमंत्री के साथ कई केंद्रीय मंत्रियों, उद्योगपतियों, फिल्म स्टार्स के साथ अपने रसूख का परिचय देते हुए सोशल मीडिया पर फोटो वायरल किए गए। ब्राहमण परिवार में जन्मे नागेंद्र गौड़ ने धर्म के आकर्षण को देखकर अपने वृंदावन नगरी की ओर कदम बढ़ाए तो वह लगातार धार्मिक, राजनैतिक, फिल्मी और क्षेत्र में घुसपैठ करते चले गए।
बीते दिनों कार्ष्णि नागेंद्र ने ही देश के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार के खिलाफ भी अन्य संतों के खिलाफ वृंदावन में मोर्चा खोला गया था। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार द्वारा कार्ष्णि नागेंद्र सहित अन्य भागवताचार्यों व संतों को 50-50 लाख रूपए तक के मानहानि के नोटिस देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों के माध्यम से भिजवाए गए थे। जिसके बाद अन्य संतों के साथ कार्ष्णि नागेंद्र को बैकफुट पर आना पड़ा था। इसी तरह कई अन्य मामलों में भी कार्ष्णि नागेंद्र चर्चा का विषय बने रहे हैं।
कई संगठनों में है वर्चस्व कार्ष्णि विद्वत परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारी, विश्व ब्राह्मण संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भागवताचार्यों के संगठन सहित अन्य कई संगठनों में अपना वर्चस्व रखते हैं। कार्ष्णि नागेंद्र के खिलाफ मथुरा की महिला पत्रकार ने जानलेवा हमले कराने, गाली गलौज करने की शिकायत वृंदावन कोतवाली में दर्ज कराई गई थी, लेकिन रसूख के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
यह भी पढ़ें-
प्रयागराज में छात्रा के साथ दो युवकों ने किया था दुष्कर्म, कुंए में मिली थी लाश, एक गिरफ्तार लग्जरी गाड़ियों के शौकीन लग्जरी गाड़ी में चलने वाले कार्ष्णि नागेंद्र महाराज के रूतबे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मथुरा से लेकर लखनऊ तक के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी उनके फोटो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। वृंदावन के कई भूमाफियाओं सहित अपराधिक किस्म के लोग भी उनके आगे-पीछे अपने काम कराने के लिए घूमते रहते हैं।
देसी-विदेशी हजारों भक्त नागेंद्र महाराज के हजारों की संख्या में भक्त हैं और विदेशी भक्तों की संख्या भी अच्छी खासी है। देसी भक्तों की धार्मिक आयोजनों में भी नागेंद्र भाग लेते रहे हैं। कहीं वृक्ष लगाओ अभियान में विदेशियों के साथ हिस्सा लेते नजर आ रहे हैं तो कहीं व्यासपीठ पर बैठकर लोगों को भागवत का ज्ञान देते सुनाई देते हैं।