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मथुरा

प्रधानमंत्री जी, ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ के बाद भी ये स्थिति है…

-प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पता चला कि अभी प्लास्टिक का विकल्प तलाशना बाकी है-प्रधानमंत्री ने इस अभियान की घोषणा हरियाणा के जिस कार्यक्रम में की थी वहां कुल्हड़ों की व्यवस्था पानी के लिए की गई थी-मथुरा में यह व्यवस्था अधिकारी नहीं कर पाये, यह अव्यवस्था प्रधानमंत्री की घोषणा के साथ प्रतिस्पर्धा करती रही

मथुराSep 12, 2019 / 06:54 am

अमित शर्मा

’कहां गये प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए मंगाये गये कुल्हड़’

’कहां गये प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए मंगाये गये कुल्हड़’

मथुरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए मंगाये गये कुल्हड़ कहां गये, यह किसी को पता नहीं चला। किसी को कुल्हड़ में पानी नहीं मिला जबकि कार्यक्रम की तैयारियों के दौरान यह कहा गया था कि कुल्हड़ में पानी पिलाया जाएगा।
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पालीथिन से मुक्ति के लिए चलाये जा रहे अभियान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मथुरा के वेटरिनरी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भी धार दी। इस कार्यक्रम के दौरान यह साबित हुआ कि अभी प्लास्टिक का सुलभ विकल्प तलाशा जाना बाकी है। कार्यक्रम में सबकुछ ठीक था अगर कुछ ठीक नहीं था तो वह पानी की व्यवस्था, इसके पीछे अधिकारियों की मजबूरी भी सामने आई। प्लास्टिक पर रोक के लिए भाजपा के तमाम मंत्री स्वच्छता अभियान की तर्ज पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले यहां रैलियां और आयोजन करते रहे। इस बीच यह माहौल बनाया गया कि प्लास्टिक पर रोक के लिए ही यहां प्रधानमंत्री आ रहे हैं। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कई कार्यक्रम किये। सभा में पानी की बोतलें नहीं लाई गयीं, पउच भी नहीं लाये गये, अब पानी कैसे पिलाया जाए इसके लिए मिट्टी के घड़ों में सभा स्थल से काफी दूरी पर पानी धूप में रखा दिया गया। यह पानी लोगों की पहुंच से दूर हो गया। इसका नतीजा यह रहा कि चिपचिपी कर्मी में लोग प्यास से बेहाल हो गये।

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कार्यक्रम के दौरान प्यास तब मुद्दा बन गई सरकारी चैनल का एक पत्रकार मंच से धड़ाम नीचे आ गिरा। बात चल निकली कि पानी नहीं मिलने की वजह से वह बेहोश हो गया है। यह खबर प्रधानमंत्री की घोषणाओं के समानांतर चलती रही।
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अभी तक रैलियों और सभाओं में उपस्थित लोगों को पानी के लिए या तो पानी की थैलियां (पॉलिथीन की) दी जाती थीं या फिर पानी की बोतलें (प्लास्टिक की) होती थीं। प्रधानमंत्री पॉलिथीन और प्लास्टिक के उपयोग बंद करने का आह्वान काफी समय से कर रहे हैं। बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से पॉलिथीन का प्रयोग बंद करने को कहा, इसी के मद्देनजर कार्यक्रम स्थल पर पॉलिथीन के प्रयोग से बचा जा गया। क्योंकि गर्मी का मौसम है और जिस समय कार्यक्रम हुआ उस समय धूप तेजी थी। ऐसे में पानी की व्यवस्था ठीक से किये जाने की जरूरत थी कार्यक्रम की तैयारियों के दौरान पानी थैलियों में नहीं होगा, बल्कि कुल्हड़ में उपलब्ध होगा यह बात कही गई थी। इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर कुल्हड़ मंगा लिए गये थे। गौरतलब है कि गत दिनों हरियाणा के रोहतक में आयोजित भाजपा की रैली में भी पॉलिथीन हटाने का संदेश दिया गया था। वहां भी पानी के लिए घड़े रखे गए थे। करीब 10 हजार घड़ों में पानी रखा गया था, जिसके पानी से लोगों ने प्यास बुझायी थी।

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