गांव से शुरू की पढ़ाई राकेश चौहान ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल से प्राप्त की। उसके बाद आगे की शिक्षा ग्रहण करने के लिए अपने पिता मंगल चौहान के साथ मेरठ चले गए। जहां से उन्होंने 1998 में हाईस्कूल व 2000 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत एन० ए० एस० कालेज मेरठ से 2003 में बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर स्नातक की उपाधि हासिल की। बताते चलें कि राकेश के पिता मंगल चौहान मेरठ की मोदी कांटिनेंटल टायर कम्पनी में नौकरी करते थे। पढ़ाई लिखाई का क्रम जब चल पड़ा तो राकेश ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 2008 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एम०सी०ए० करते हुए 2010 में पार्वती डिग्री कालेज दोहरीघाट से बीटीसी की परीक्षा उत्तीर्ण की। लक्ष्य सिविल व प्रशासनिक सेवा का था, लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों को देखते हुए नौकरी की तलाश शुरू की और बेसिक शिक्षा विभाग में उनकी नौकरी लग गई। 1 अगस्त 2013 को उनकी नियुक्ति दोहरीघाट ब्लाक क्षेत्र के सुग्गी चौरी स्थित प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के रूप में हुई। प्रोन्नति प्राप्त करते हुए 30 सितम्बर 2015 को बड़रांव ब्लाक के पकड़ी स्थित परिषदीय जूनियर हाईस्कूल में सहायक अध्यापक के रूप में हुई। वर्तमान समय उक्त विद्यालय पर राकेश चौहान सहायक अध्यापक के साथ प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में अपना दायित्व निभा रहे हैं।सिविल व प्रशासनिक सेवा के लक्ष्य प्राप्ति के लिए 2016 से लगातार कई प्रयास के बाद जब यूपीपीएससी 2023 का परिणाम आया तो उनका चयन डिप्टी जेलर के पद पर हुआ।